जुबिली स्पेशल डेस्क
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। इस हमले के बाद से सुरक्षाबलों की कार्रवाई लगातार तेज हो गई है। आतंकियों के ठिकानों को चिन्हित कर उन्हें एक के बाद एक निशाना बनाया जा रहा है।
बुधवार को जहां दो आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया गया था, वहीं अब इस कड़ी में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो और आतंकियों के मकानों को विस्फोट कर गिरा दिया गया है।
सेना ने पुलवामा जिले के मुर्रान इलाके में रहने वाले लश्कर आतंकी एहसान अहमद शेख के दो मंजिला मकान को आईईडी लगाकर उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि एहसान जून 2023 से लश्कर से जुड़ा था और सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था।
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इसके अलावा शोपियां के चोटीपोरा में लश्कर के ही एक और आतंकी शाहिद अहमद का घर भी सेना ने विस्फोट से ध्वस्त कर दिया।
अब तक कुल पांच आतंकियों के मकानों को गिराया जा चुका है, जिससे यह साफ संकेत मिला है कि सरकार और सुरक्षाबल आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना चुके हैं।
सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई न सिर्फ आतंकियों के हौसले पस्त कर रही है, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी एक सख्त संदेश दे रही है कि आतंक का कोई भी ठिकाना बख्शा नहीं जाएगा।
#WATCH | Pulwama, J&K | Visuals of a destroyed house in Murran village, allegedly linked to a terrorist. pic.twitter.com/64tsFDD8tq
— ANI (@ANI) April 26, 2025
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हालात का जायज़ा लेने के लिए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार, 25 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर का दौरा किया। यह दौरा हमले के बाद सेना प्रमुख की पहली बड़ी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है।
श्रीनगर में जनरल द्विवेदी ने सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और घाटी की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्हें आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशनों, खुफिया जानकारी, और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन की कोशिशों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
सेना प्रमुख के इस दौरे को घाटी में आतंकियों के खिलाफ चल रहे अभियानों के लिए अहम रणनीतिक कदम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियां आतंक के खिलाफ और भी कठोर कार्रवाई कर सकती हैं।