जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद राज्यों में हुए चुनावों में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के कारण इंडिया गठबंधन को लेकर तमाम अटकलें लगाई जाने लगी थीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तालमेल की कमी ने इन आशंकाओं को और बल दिया। राजनीतिक विश्लेषकों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि इंडिया गठबंधन अब टूट की कगार पर है।
लेकिन इन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वर्ष 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन पूरी मजबूती से मैदान में उतरेगा।
अखिलेश यादवने कहा, “PDA यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज एकजुट होकर बीजेपी को सत्ता से बेदखल करेंगे। हम मिलकर समाजवादी सरकार बनाएंगे, जहां हर वर्ग को न्याय मिलेगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गठबंधन को लेकर कोई भ्रम नहीं है और सभी घटक दल साझा रणनीति के साथ आगे बढ़ेंगे।
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इस बयान से कांग्रेस समेत अन्य सहयोगी दलों को निश्चित तौर पर राहत मिली होगी, लेकिन अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले महीनों में इस गठबंधन की रणनीति क्या होगी और जमीन पर किस तरह तालमेल दिखेगा।
2027 का चुनाव उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है-और अखिलेश यादव के इस बयान से स्पष्ट है कि विपक्ष एकजुट होकर सत्ता परिवर्तन की तैयारी में जुट चुका है।उन्होंने कहा कि बीजेपी वक्फ कानून लाकर जमीन हड़पने की तैयारी कर ली है. जहां भी जमीन दिखती है, बीजेपी कब्जा कर लेती है. ये पार्टी ‘भूमाफिया’ बन गई है।
हालांकि अखिलेश यादव के इस बयान से इंडिया गठबंधन मजबूत हो सकता है लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कितनी सीट अखिलेश यादव देते हैं, ये एक बड़ा सवाल होगा क्योंकि कांग्रेस हाल के दिनों में बिहार और यूपी जैसे राज्यों में फिर से अपना जनता का दिल जीतने में लगी हुई है।