जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के आगरा में करणी सेना का ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ शनिवार को विवादों में घिर गया। सम्मेलन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने जमकर नारेबाजी की और तलवारें व डंडे लहराए। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची, भीड़ का आक्रोश और तेज हो गया, जिसके चलते पुलिस को पीछे हटना पड़ा। कार्यक्रम में एडिशनल कमिश्नर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे थे, लेकिन हालात काबू में नहीं आए।
तीन लाख से ज्यादा लोगों की भीड़
करणी सेना ने पहले से ही इस सम्मेलन का ऐलान किया था और इसमें 3 लाख से अधिक लोगों के जुटने की उम्मीद जताई गई थी। आगरा के कुबेरपुर मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। सम्मेलन में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन के बयान के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया।
इन लहराती तलवारों को देखकर मुखिया जी आज बहुत खुश होंगे,
सलाहकार मंडली बल्लियों उछल रही होगीलेकिन ये दो धारी तलवार है…सलाहकार ने ये नहीं बताया होगा…
आगरा में करणी सेना का शक्ति प्रदर्शन pic.twitter.com/IqPJMfQHqF
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) April 12, 2025
राणा सांगा की जयंती पर आयोजन
12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम का मकसद राणा सांगा पर सपा सांसद के विवादित बयान के खिलाफ विरोध जताना था। सांसद रामजीलाल सुमन ने संसद में राणा सांगा को “गद्दार” बताया था, साथ ही कहा था कि राणा सांगा के बुलावे पर बाबर ने भारत में कदम रखा था। उनके इस बयान से करणी सेना आक्रोशित हो गई और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
सांसद के घर पर भी हो चुका है हमला
करणी सेना का गुस्सा इससे पहले भी सामने आ चुका है। 26 मार्च को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर हमला कर दिया था और तोड़फोड़ की थी। बता दें, यह सम्मेलन स्थल सांसद के घर से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क थीं।
सांसद ने दी सफाई, विवाद थमने के आसार नहीं
बयान को लेकर बढ़ते विवाद के बीच सांसद रामजीलाल सुमन ने सफाई देते हुए कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका बयान ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित था। बावजूद इसके करणी सेना का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है।