जुबिली न्यूज डेस्क
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बीजेपी ने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, बैजयंत पांडा, महिला मोर्चा की अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन और सांसद कमलजीत सहरावत भी उपस्थित रहे। इस मौके पर दिल्ली सरकार की “महिला समृद्धि योजना” की घोषणा की गई, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है।
महिला समृद्धि योजना की घोषणा
सीएम रेखा गुप्ता ने इस योजना के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैबिनेट ने 8 मार्च को महिला समृद्धि योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत 5100 करोड़ रुपये की राशि रखी गई है। रेखा गुप्ता ने कहा कि जल्द ही योजना के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया जाएगा, जिस पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस योजना के लाभार्थी बीपीएल (Below Poverty Line) परिवार की महिलाएं होंगी, जिन्हें हर महीने 2500 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।
महिला समृद्धि योजना की संरचना
इस योजना का उद्देश्य दिल्ली में महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि महिला समृद्धि योजना के तहत हर बीपीएल परिवार की एक महिला को इस योजना का लाभ मिलेगा। लाभार्थी के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इनमें शामिल है कि वह महिला दिल्ली की निवासी हो, उसकी उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच हो, वह किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ न ले रही हो और वह सरकारी पद पर न हो।
महिलाओं में खुशी की लहर
महिला समृद्धि योजना की घोषणा पर कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं में काफी खुशी का माहौल था। उन्होंने कहा कि दिल्ली की महिलाएं लंबे समय से ऐसी योजना का इंतजार कर रही थीं। उन्हें उम्मीद है कि इस योजना से उनके जीवन में बदलाव आएगा। कुछ महिलाओं ने यह भी कहा कि रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद महिलाओं को विशेष समर्थन मिल रहा है और वे बीजेपी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
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अन्य राज्यों में भी लागू है योजना
महिला समृद्धि योजना बीजेपी शासित राज्यों में पहले से लागू है, जैसे महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश, जहां पात्र महिलाओं को हर महीने एक निश्चित राशि दी जाती है। दिल्ली में इस योजना के लागू होने से महिलाओं में और भी उत्साह है और वे इसे एक सकारात्मक कदम मान रही हैं।