जुबिली न्यूज डेस्क
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के दौरान कुछ NRI सोसाइटी के लोगों ने इसका विरोध किया था। जब यह मुद्दा बढ़ा, तो प्रेमानंद महाराज ने अपनी यात्रा का मार्ग बदलने का निर्णय लिया। बाद में, NRI सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज के दरबार पहुंचे और उनसे माफी मांगी। उन्होंने बताया कि कुछ यूट्यूबरों के बहकावे में आकर यह विरोध हुआ था।
एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने जब प्रेमानंद महाराज के सामने दंडवत प्रणाम किया, तो महाराज ने कहा, “हमारा कोई विरोधी नहीं है। हमारा उद्देश्य केवल सबको सुख पहुंचाना है, और अगर कहीं हमें सुनने को मिला कि किसी को दुख पहुंच रहा है, तो हमने रास्ता बदल दिया।”
प्रेमानन्द महाराज जी
का विरोध करना NRI सोसाइटी वालों को महंगा पड़ापूरे वृन्दावन ने NRI सोसाइटी का बहिष्कार
कर दिया, न दूध दिया न अन्य कोई सामान..जब तड़पने लगा तो हो गया दंडवत महाराज जी के सामने NRI का सोसाइटी प्रेसिडेंट 🖐️
हाथ जोड़कर माफ़ी मांग रहा गिड़गिड़ा रहा
महाराज जी… pic.twitter.com/PutHz96ti3— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) February 16, 2025
सोसाइटी के अध्यक्ष ने कहा, “कुछ यूट्यूबरों ने फेमस होने के लिए यह सब कह दिया, और जिन लोगों ने विरोध किया, वे भी बृजवासी हैं। बृजवासी भोले होते हैं, और अब उन्हें पछतावा हो रहा है। वे माफी मांगना चाहते हैं, लेकिन उनके पास आपसे मिलकर माफी मांगने की हिम्मत नहीं है।”
अध्यक्ष ने यह भी बताया कि यात्रा के दौरान एक व्यक्ति ने सोसाइटी के चबूतरे पर पटाखे फोड़ दिए थे, जिससे शोर हुआ और विरोध शुरू हो गया, लेकिन वह व्यक्ति अब पछता रहा है और माफी चाहता है, हालांकि वह महाराज के सामने आने का साहस नहीं जुटा पा रहा है।
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प्रेमानंद जी ने कहा-हम सबको सुख देने आए हैं
प्रेमानंद महाराज ने इस पर कहा, “हमारी प्रार्थना है कि उन लोगों से कह दीजिए, हम कभी किसी का अहित नहीं कर सकते। हम सबको सुख देने आए हैं। हमने इस विषय में किसी से कुछ नहीं कहा। हम सभी का स्वागत करते हैं।” महाराज ने सोसाइटी के अध्यक्ष से कहा, “आप सभी को कह दीजिए कि हम सभी को प्यार करते हैं और हमारा किसी से कोई विरोध नहीं है।”