जुबिली न्यूज डेस्क
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है प्रदेश की सियासत गर्माती जा रही है. समाजवादी पार्टी ने एक मिल्कीपुर उपचुनाव में गड़बड़ी की आशंका जताई हैं. सपा ने मुख्य चुनाव अधिकारी नवदीप रिणवा को इस संबंध में पत्र लिखा है. इस पत्र में बीजेपी के पूर्व जिलाधिकारी को चुनाव में पीठासीन अधिकारी बनाए जाने का आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी ने रिटर्निंग अधिकारी को हटाने की मांग करते हुए थानाध्यक्ष समेत कई लोगों पर सपा मतदाताओं को डराने-धमकाने की शिकायत की और कहा कि थानाध्यक्ष देवेंद्र पांडेय, अमरजीत सिंह और संदीप सिंह द्वारा समाजावदी पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और वोटरों को प्रभावित करने और उत्पीड़न किया जा रहा है. इसलिए इन तीनों अधिकारियों पर दंडात्मकर कार्रवाई की जाए और रिटर्निंग अफसर को हटाया जाए.
सपा ने आरोप लगाया कि मिल्कीपुर में रिटर्निंग अधिकारी ने बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय शुक्ला को पीठासीन अधिकारी बनाया है. अधिकारी द्वारा चिन्हित करके गैर पीडीए को पीठासीन अधिकारी बनाया गया है. सपा ने मतदाताओं को वोटिंग से न रोकने, पर्ची उपलब्ध कराने और वोटिंग शुरू होने से लेकर आख़िर तक बीएलओ की उपस्थिति अनिवार्य करने की मांग की और कहा कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट को मतदान केंद्र से बाहर नहीं निकाला जाए.
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सपा ने चिट्ठी में पिछले विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए मांग की पुलिसकर्मियों के द्वारा मतदाताओं की आईडी चेक नहीं हो. पिछली बार पुलिसकर्मियों के द्वारा ख़ासतौर से मुस्लिम महिलाओं की पहचान के नाम पर उनका बुर्का हटाकर उन्हें भयभीत करने की कोशिश की गई थी. ऐसा न हो. सपा ने सभी 414 पोलिंग स्टेशन की वेबकास्टिंग कराने और उसका लिंक सभी को उपलब्ध कराने की मांग की.
मिल्कीपुर में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है. जिसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित कर दिए जाएगा. इस सीट पर बीजेपी और सपा के बीच सीधी टक्कर हैं. दोनों दलों ने इस सीट पर जीत को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है.