जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली में एक दौर था जब कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। दिल्ली में कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पूरी तरह से दिल्ली से खत्म कर दिया और पिछले कई सालों से वहां पर आम आदमी पार्टी की सरकार है।
ऐसे में कांग्रेस एक बार फिर अपनी खोई हुई जमीन को पाना चाहती है। अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस जमीनी स्तर पर मेहनत कर रही हैं ताकि इस बार के विधानसभा चुनाव में कोई करिश्मा किया जा सके।
लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन मजबूती से मोदी के खिलाफ एकजुट हुआ था लेकिन राज्यों के चुनावों में ये पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस अब उसको खुलेआम चुनौती दे रही है।
अभी तक कांग्रेस आम आदमी पार्टी को लेकर खुलकर मैदान में आने से बचती हुई नजर आई लेकिन कल राहुल गांधी की रैली से साफ हो गया है कि इस बार कांग्रेस नये तेवर के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतरेंगी। इसी के तहत कांग्रेस लगातार जहां एक ओर मोदी सरकार को टारगेट कर ही है तो दूसरी तरफ उसके निशाने पर आम आदमी पार्टी खासकर केजरीवाल भी है।
राहुल गांधी ने कल एक रैली में कहा कि अरविंद केजरीवाल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह ही प्रचार-प्रसार और झूठे वादे करने की रणनीति पर अमल करते हैं।
राहुल गांधी के इस तेवर से साफ हो गया है कि इस बार वो आर-पार की लड़ाई में है और दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन को फिर से हासिल करना चाहते हैं। कांग्रेस के इस तेवर से आम आदमी पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आम आदमी पार्टी के लिए अब बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस भी चुनौती साबित हुआ नजर आ रहा है।