जुबिली न्यूज डेस्क
भारत और एशिया के दूसरे बड़े रईस गौतम अडानी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। विदेश के बाद अब देश में भी उन पर उंगलियां उठने लगी हैं। खबरों की मानें तो आंध्र प्रदेश सरकार अडानी ग्रुप से जुड़े एक पावर सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट की समीक्षा कर रही है। वह इसे रद्द करने की संभावना का भी पता लगा रही है।
वहीं तेलंगाना सरकार ने भी अडानी ग्रुप के 100 करोड़ रुपये के डोनेशन को ठुकराने का फैसला किया है। ग्रुप ने यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी के लिए यह डोनेशन दिया था। अडानी ग्रुप के शेयरों में सोमवार को गिरावट आई थी। मंगलवार को भी ग्रुप के शेयरों में छह फीसदी तक गिरावट आई है।
अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम अडानी और सात अन्य लोगों पर भारतीय अधिकारियों को $265 मिलियन की रिश्वत देने का आरोप लगाया है। आरोप है कि ओडिशा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में सोलर पावर सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए यह रिश्वत 2021 और 2022 के बीच दी गई थी। इसमें से $228 मिलियन की रिश्वत आंध्र प्रदेश के एक सरकारी अधिकारी को दी गई थी। अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए इनका खंडन किया है।
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आंध्र के वित्त मंत्री पी केशव ने कहा कि राज्य सरकार पिछली सरकार की सभी फाइलों को खंगाल रही है। हम इस मुद्दे को करीब से देख रहे हैं। हम इस कॉन्ट्रैक्ट को कैंसिल करने की संभावना पर भी विचार कर रहे हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की पिछली सरकार के दौरान दिया गया था। पार्टी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसने कोई भी गलत काम नहीं किया है। इस बारे में अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने तत्काल कोई टिप्प्णी नहीं की।
100 करोड़ रुपये के डोनेशन को ठुकरा दिया
इस बीच तेलंगाना सरकार ने अडानी ग्रुप के 100 करोड़ रुपये के डोनेशन को ठुकरा दिया है। अडानी ग्रुप ने यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी के लिए यह डोनेशन देने की घोषणा की थी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि कई कंपनियों ने यूनिवर्सिटी को फंड दिया है। अडानी ग्रुप ने भी 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। राज्य सरकार ने अडानी ग्रुप को एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह 100 करोड़ रुपये का डोनेशन स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता हूं। मैंने इसके लिए एक रुपया भी नहीं लिया है। अडानी ग्रुप ने अब तक राज्य सरकार को एक पैसा भी नहीं दिया है।’