जुबिली न्यूज डेस्क
ऐश्वर्या राय बच्चन संग तलाक के रूमर्स के बीच अभिषेक बच्चन की हाल ही में ‘आई वांट टू टॉक’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बेशक निराशाजनक परफॉर्म कर रही है लेकिन इसे क्रिटिक्स से काफी तारीफ मिली है. फिल्म एक बीमार पिता और उसकी बेटी के साथ उसके जटिल रिश्ते की कहानी पर बेस्ड है.
इन सबके बीच हाल ही में एक बातचीत के दौरान, अभिषेक ने अपनी बेटी आराध्या के साथ अपने रिश्ते के बारे में खुलकर बात की और अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के बेटी के साथ रहने के लिए आभार भी जताया.
अभिषेक ने कहा कि अपनी मां जया बच्चन के बलिदान की बदौलत उन्हें बचपन में कभी अकेलापन महसूस नहीं हुआ. जया बच्चन ने अपने बच्चों की परवरिश करने के लिए एक्टिंग से दूरी बना ली थी. अभिषेक ने कहा, “जब मैं पैदा हुआ तो मेरी मां ने अभिनय करना बंद कर दिया क्योंकि वह बच्चों के साथ समय बिताना चाहती थीं. हमें कभी भी पिताजी के आसपास न होने की कमी महसूस नहीं हुई. मुझे लगता है कि काम के बाद दिन के अंत में आप रात को घर आते हैं.”
ऐश्वर्या आराध्या के साथ घर पर हैं
जब ‘आई वांट टू टॉक’ के निर्देशक शूजीत सरकार ने जया द्वारा अपने बच्चों के लिए किए गए महत्वपूर्ण बलिदानों के बारे में बताया, तो अभिषेक ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ उनकी तुलना की. अभिषेक ने कहा, “मेरे घर में, मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे बाहर जाने और फिल्में बनाने का मौका मिलता है, लेकिन मुझे पता है कि ऐश्वर्या आराध्या के साथ घर पर हैं और मैं इसके लिए उन्हें बहुत धन्यवाद देता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि बच्चे इसे इस तरह से देखते हैं. वे आपको थर्ड पर्सन के रूप में नहीं देखते हैं, वे आपको फर्स्ट पर्सन के रूप में ही देखते हैं. ”
एक पिता के रूप में अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताते हुए, अभिषेक ने कहा, “एक माता-पिता होने के नाते आपके बच्चे आपको बहुत इंस्पिरेशन देते हैं. अगर आपको अपने बच्चे के लिए पहाड़ चढ़ना है तो आप एक पैर पर चढ़ सकते हैं. मैं ये बात माताओं और महिलाओं के प्रति गहरे सम्मान के साथ कह रहा हूं क्योंकि वे जो करते हैं वह कोई नहीं कर सकता लेकिन एक पिता यह सब चुपचाप करता है क्योंकि वह नहीं जानता कि इसे कैसे व्यक्त या प्रदर्शित किया जाए. ये एक दोष है जो पुरुषों में होता है. उम्र के साथ बच्चों को एहसास होता है कि उनके पिता कितने सॉलिड थे. वे शायद बैकग्राउंड में हैं लेकिन वे हमेशा वहीं रहते हैं. ”
पिता अमिताभ बच्चन को लेकर कही ये बात
अभिषेक ने बचपन में अपने पिता अमिताभ बच्चन के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा,“बड़े होते हुए कई हफ्ते हो जाते थे, मैं अपने पिता को नहीं देख पाता था और वह मेरे ठीक बगल वाले कमरे में सोते थे. मेरे और मेरी बहनों के कमरे और मास्टर बेडरूम का दरवाज़ा हमेशा खुला रहता था. वह हमेशा हमारे सोने के बाद आते थे और अगली सुबह हमारे जागने से पहले चले जाते थे. उनके बिजी शेड्यूल के बावजूद, उन्होंने कभी मेरे स्कूल का एक भी एनुअल डे या बास्केटबॉल फ़ाइनल मिस नहीं किया. एट द एंड, वह हमेशा हमारे लिए मौजूद रहते हैं.”