जुबिली न्यूज डेस्क
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है. इस पत्र में नड्डा ने मणिपुर में जारी हिंसा के लिए पूर्व की यूपीए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है.
तीन पन्ने का लेटर शुक्रवार सुबह बीजेपी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर किया था. अब नड्डा के इसी पत्र के जवाब में जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट कर सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं.
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कांग्रेस अध्यक्ष ने मणिपुर मामले पर भारत की राष्ट्रपति को पत्र लिखा. ये साफ़ है कि उसका काउंटर करने के लिए अब बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा है.
नड्डा के पत्र को “झूठ से भरा बताया
जयराम रमेश ने जेपी नड्डा के पत्र को “झूठ से भरा बताया.” उन्होंने कहा कि यह पत्र “उनके 4D – डिनायल (इनकार करो), डिस्टॉर्शन (तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करो), डिस्ट्रैक्शन (ध्यान भटकाओ) और डिफमेशन (बदनाम करो) तरीक़े के अनुरूप है. अपने पोस्ट में जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर के लोग चाहते हैं कि राज्य में जल्द से जल्द शांति और सद्भाव आए.
उन्होंने लिखा इस उद्देश्य से उनके (मणिपुर के लोगों) चार सवाल हैं. एक- प्रधानमंत्री कब राज्य का दौरा करेंगे? दो- जब अधिकांश विधायक उनके समर्थन में नहीं हैं तो मुख्यमंत्री राज्य पर कब तक अत्याचार करते रहेंगे? तीन- राज्य के लिए पूर्णकालिक राज्यपाल की नियुक्ति कब होगी? और चार- जब मणिपुर की बात आती है तो केंद्रीय गृह मंत्री अपनी घोर विफलताओं की ज़िम्मेदारी कब लेंगे?”
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सबसे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिख मणिपुर में शांति लाने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की थी. इसके बाद जेपी नड्डा ने खड़गे को पत्र लिखा. इस पत्र में लगाए गए आरोपों पर अब जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए जवाब दिया है.