जुबिली स्पेशल डेस्क
राजधानी दिल्ली समेत आस-पास के राज्य पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण का कहर देखने को मिल रहा है। पिछले छह दिनों में प्रदूषण ज्यादा बढ़ गया है।
इतना ही नहीं बीते सोमवार को प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ गया कि सुबह के समय विजिबिलिटी शून्य हो गई और लोगों को स्कूल और ऑफिस जाने में अच्छी-खासी परेशानी उठानी पड़ी। सडक़ प्रर गाडिय़ों की रफ्तार एकाएक धीमी पड़ गई।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल और कॉलेज बंद करने का फैसला किया तो दूसरी तरफ अब ऑनलाइन पढ़ाई एक बार फिर हो रही है। ऐसे में कहा जा रहा है कि हालात ऐसे ही बने रहे तो कोरोना की तरह अब ऑफिस को बंद करना होगा और वर्क फ्रॉम होम पर फिर जोर दिया जा सकता है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को दिल्ली एनसीआर में न्यूनतम तापमान सामान्य 1.8 डिग्री अधिक 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। स्मॉग की वजह से पूरी दिल्ली गैस चैंबर बनती हुई दिखाई पड़ी।
मौसम विभाग ने जो रिपोर्ट पेश की उसे देखने के बाद हर किसी के होश उड़ गए है। दरअसल सुबह नौ बजे एक्यूआई 429 दर्ज किया गया था। सुबहर अच्छी धूप खिली थी लेकिन दिन ढलते ही यानी दोपहर होते होते स्मॉग की वजह से सूरज ढंक गया और एक्यूआई 460 के पार पहुंच गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली अभी किस दौर से गुजर रही है।
स्मॉग की वजह से कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इस वजह से डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और क्रॉनिक डिजीज से ग्रस्त लोगों को भरसक इंडोर ही रहने के लिए कह रहा है।एक्यूआई 460 पहुंचते ही दिल्ली एनसीआर में रहने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गाजियाबाद और नोएडा के कुछ इलाकों में सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की शिकायतें आईं।