जुबिली स्पेशल डेस्क
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ 20 जनवरी को लेंगे लेकिन इससे पहले ईरान को बड़ा जख्म देना चाहते हैं।
जानकारी मिल रही है कि अपनी ताजपोशी से पहले ही ईरान में तख्तापलट करने की रणनीति बना रही है। इतना ही नहीं अली खामेनेई का तख्तापलट करने के लिए ट्रंप ने पूरा जोर लगा दिया है।
कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने से पहले ट्रंप ऑपरेशन ईरान को लेकर काफी गंभीर है और इसको लेकर अलग-अलग रणनीति के तहत ईरान को झुकाने के लिए 5 अलग-अलग प्लान पर काम कर रही है ताकि अरब से ईरान के प्रभाव पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं।
ट्रंप की पहली कोशिश है कि वो अपनी शर्तों के माध्यम से ईरान को झुकाया। इसको लेकर उन्होंने रणनीति बनानी शुरू कर दी।
दूसरी उनकी कोशिश है कि ईरान में बगावत की चिंगारी को खूब भडक़ाया जाये ताकि ईरान में अली खामेनेई का तख्तापलट किया जा सके।
ईरान में सत्ता परिवर्तन कर एक ऐसी सरकार का गठन किया जाये जो उनके इशारे पर काम करे। कहने का मतलब है कि कठपुतली सरकार बनाना ही ट्रंप का लक्ष्य है।
ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को किसी तरह से तबाह किया जाये और इजरायल के साथ मिलकर वो इस काम को अंजाम दे सकता है।
ईरान के प्रॉक्सी संगठनों को तबाह और बर्बाद करना जिससे ईरान की कमर तोड़ी जा सके।
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के लिए फिलहाल ईरान पर हमले करना आसान नहीं होगा क्योंकि गाजा युद्ध की वजह से अरब में अमेरिका के खिलाफ काफी गुस्सा है इसलिए माना जा रहा है कि ट्रंप फिलहाल सीधी जंग नहीं लडऩा चाहते हैं।
इसके साथ ही ईरान पर एक बार फिर कड़े प्रबिंध लगाकर उसके आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा सके। ट्रंप ने इस काम का जिम्मा अपने विश्वसनीय और सबसे करीबी एलन मस्क को सौंपा है और एलन मास्क इस काम में जुट गए है और इसी के तहत यूनाइटेड नेशन में ईरानी राजदूत आमिर सईद से मीटिंग की है।
एक अखबार में इस तरह का दावा किया लेकिन आने वाले दिनों में देखना होगा कि ट्रंप ईरान को लेकर अगला कदम क्या उठाते हैं।