जुबिली स्पेशल डेस्क
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024, जो 5 नवंबर को होगा, वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (डेमोक्रेटिक पार्टी) और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (रिपब्लिकन पार्टी) के बीच एक बड़े मुकाबले के रूप में सामने आ रहा है।
यह चुनाव कई ऐतिहासिक और राजनीतिक पहलुओं के कारण अत्यधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है, विशेष रूप से इस बात के कारण कि यह पहली बार हो सकता है कि एक महिला राष्ट्रपति के लिए सीधा चुनाव लड़ा जाए, और ट्रंप एक गैर-लगातार अवधि में दूसरी बार चुनाव जीतने वाले राष्ट्रपति बनने की कोशिश कर रहे हैं।
दोनों में से कोई जीत हासिल करता है तो भारत पर इसका क्या असर होगा ये एक बड़़ा सवाल है। कहा जा रहा है कि अगर ट्रंप की जीत होती है तो भारत जैसी उभरते इकोनॉमी के शेयर बाजार और करेंसी में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर डेमोक्रेटिक पार्टी यानी कमला हैरिस जीत हासिल कर सत्ता में आती हैं तो उसका ज्यादा असर भारत के शेयर बाजार और करेंसी पर देखने को नहीं मिलेगा।
आईसीआईसीआई बैंक के आर्थिक शोध प्रमुख समीर नारंग की माने तो अगर ट्रम्प राष्ट्रपति बनते हैं तो ब्याज दरें, सोने की कीमतें और डॉलर में हमारे अनुमान से ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है. वहीं दूसरी ओर क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
चुनाव के शुरुआती पूर्वानुमान और सर्वेक्षण बताते हैं कि यह मुकाबला कड़ा हो सकता है। विश्लेषकों के अनुसार, महत्वपूर्ण राज्यों में बैलटिंग के दौरान मामूली मतों का अंतर भी परिणाम को प्रभावित कर सकता है, और दोनों ही पक्ष अपने समर्थन के आधार को बढ़ाने के लिए विभिन्न सामाजिक और आर्थिक समूहों को लक्षित कर रहे हैं।
इस बार के चुनाव परिणाम न केवल अमेरिका बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी प्रभाव डाल सकते हैं, क्योंकि अमेरिका की विदेश नीति में परिवर्तन की संभावना है, चाहे कोई भी विजेता बने।