Friday - 25 October 2024 - 4:07 PM

तो फिर लखनऊ बन गया है क्रिकेट का नया गढ़

सैय्यद मोहम्मद अब्बास

पहले इंटरनेशनल टी-20…इसके बाद वन डे इंटरनेशनल और फिर इसके बाद आईपीएल मैच…इसके बाद विश्व कप के छह मैचों की मेजबानी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का इकाना स्टेडियम कर चुका है और उम्मीद है ये कारवां आगे भी जारी रहेगा। ये कहानी लखनऊ की…जहां पर लगातार क्रिकेट के बड़े आयोजन किये जा रहे हैं।

एक दौर था जब यूपी में क्रिकेट का मतलब होता था कानपुर का ग्रीन पार्क लेकिन हाल के दिनों लखनऊ में कई बड़े मैचों का आयोजन लगातार किया जा रहा है।

राजधानी लखनऊ का इकाना स्टेडियम विश्व स्तर अपनी छाप छोड़ चुका है। हालांकि आने वाले दिनों में बनारस भी एक इंटरनेशनल स्टेडियम बन रहा है जो अगले कुछ सालों में बनकर तैयार हो जायेगा। ऐसे में यूपी पूरी तरह से क्रिकेट का नया गढ़ बनता हुआ दिख रहा है जबकि लखनऊ में क्रिकेट मैचों के लगातार आयोजन से कई नई प्रतिभा को एक नया बल मिलता हुआ दिख रहा है।

राजधानी लखनऊ में पहले तो केडी सिंह बाबू स्टेडियम क्रिकेट के मुकाबले का आयोजन करता रहा है। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 90 के दशक में भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट मुकाबले खेले गए थे।

इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे उस दौर के धाकड़ बल्लेबाजों ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली थी लेकिन उसके बाद एक दौर ऐसा भी आया जब लखनऊ में क्रिकेट पूरी तरह से बंद हो गया था और क्रिकेट के लोकल इवेंट सिर्फ हुआ करते थे वो चौक स्टेडियम से लेकर  रेलवे स्टेडियम पर।

इस दौरान केडी सिंह बाबू स्टेडियम भी क्रिकेट से दूर होता चला गया और उसपर सिर्फ लोकल क्रिकेट के मैचों का आयोजन होता रहा लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट पूरी तरह से बंद हो गया था। इतना ही नहीं रणजी ट्रॉफी के मैच भी बड़ी मुश्किल से मिल रहे थे लेकिन अब हालात पूरी तरह से बदल गए है और अब यहां पर लगातार क्रिकेट खेला जा रहा है।

केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बाद अखिलेश दास गुप्ता स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी मैचों का आयोजन लगातार किया जाता था लेकिन इकाना स्टेडियम बनने के बाद हालात पूरी तरह से बदल गए। अब केडी सिंह बाबू स्टेडियम, अखिलेश दास गुप्ता के मैदान के बाद लखनऊ के एआर जयपुरिया मैदान भी रणजी ट्रॉफी के मैचों का आयोजन करने जा रहा है। आईपीएल टीम लखनऊ सुपरजायंट्स और वीमेन प्रीमियर लीग की टीम यूपी वॉरियर्स ने साल 2023 में प्रैक्टिस मैदान के तौर पर यहां पर ट्रेंनिंग किया था लेकिन अब इस मैदान पर रणजी ट्रॉफी के लिए अच्छा बताया गया है। इस वजह से बीसीसीआई ने इस मैदान पर मैच का आयोजन करा रही है।

अखिलेश दास स्टेडियम अब बीसीसीआई के मानकों पर खरा नहीं उतर रहा है। इस वजह से यहां मैचों का आयोजन नहीं हो रहा है। इकाना स्टेडियम के बनने की वजह से यहां पर कई क्रिकेट अकादमियों में नया जोश आ गया है और खिलाडिय़ों को तैयार करने के लिए नई-नई तकनीक का सहारा लेने लगे जबकि कई अकादमी अपना अलग मैदान लेकर उसपर नई पौध को तैयार में करने में जुट गई।

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के मीडिया मैनेजर मोहम्मद फहीम कहते हैं कि हाल के दिनों में यूपी में कई इंटरनेशनल मैचों का आयोजन किया गया है। हमलोगों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा मैच कराये जाये ताकि यहां पर क्रिकेट का माहौल बना रहे। उन्होंने कहा कि यूपीसीए लगातार नई प्रतिभा को आगे लाने के लिए प्रयास कर रहा है। आपने देखा होगा यूपी टी-20 लीग के माध्यम से नये टैलेंट को बाहर लाने का काम किया है। कानपुर में हमने शानदार टेस्ट मैच का आयोजन किया है और हमारी कोशिश है कि कानपुर और लखनऊ के साथ-साथ अन्य स्टेडियमों में मैचों का आयोजन लगातार किया जाये।

मोहम्मद फहीम ने बताया कि रणजी ट्रॉफी जैसी घरेलू प्रतियोगिता के लिए लगातार मैचों का आयोजन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2005-06 में यूपी पहली बार रणजी चैंपियन बनी थी। उसके बाद से लगातर क्रिकेट का नया माहौल यहां पर देखने को मिल रहा है। वहीं, हम इस टूर्नामेंट में 5 बार रनर-अप भी रह चुकी है और इस बार हमारी तैयारी बेहतर है।

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