जुबिली न्यूज डेस्क
बहराइच हिंसा को लेकर सियासत गरमा गई है. समाजदवादी पार्टी ने इस बहराइच में आगजनी तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया है. सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि हिंसा को रोकने के लिए सेना को बुलाने की मांग की तो वहीं कांग्रेस ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा देने की मांग की.
समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह पुलिस अधिकारियों के पास बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं होने पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार को हिंसा को रोकने के लिए सेना को बुलाना चाहिए. आईपी सिंह ने एक्स पर लिखा- ‘इस हिंसा को रोकने के लिए सेना बुलाई जाए. हिंसा के दौरान बिना जीवन रक्षक बुलेट प्रूफ जैकेट आदि के ADG स्तर के ऐसे किसी पुलिस अफसर को आगे नहीं बढ़ना चाहिए.
उन्होंने आगे लिखा- बहराइच में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है. STF मुखिया अमिताभ यश बहादुरी का परिचय देते हुए खुद हाथ में पिस्टल लेकर भीड़ को दौड़ा रहे हैं लेकिन भीड़ पीछे हटने को तैयार नहीं. ऐसे में कोई भी हताहत हो सकता है.
कांग्रेस पार्टी ने इस हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि बीजेपी सरकार में पूरे प्रदेश में जंगल राज कायम हैं. बहराइच में गोली चली, बनारस में 481 साल में भरत मिलाप के दौरान रामभक्तों पर इस सरकार ने लाठी चलवाई. अब उनके बस का कुछ नहीं रह गया है. सीएम योगी को अब वापस मठ चले जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें-चिराग पासवान को दी गई Z कैटेगरी की सिक्योरिटी, जानें क्यों बढ़ाई सुरक्षा
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस घटना को लेकर प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश की शांति और सौहार्द बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी. दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं. लेकिन, हमें सतर्क और सजग रहना होगा. प्रदेश के उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा. सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं.