जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी का मथुरा जिला ही नहीं बल्कि पूरे भारत में जगह-जगह टीवी से ग्रसित मरीज भरे पड़े हैं. टीवी के लक्षण आपको हर गांव में जाएंगे. टीवी के लक्षण होने पर तुरंत उसका इलाज करा लेन चाहिए. इसका इलाज होने के साथ-साथ आपको एक नई जिंदगी मिल सकेगी. मथुरा के लगभग चार दर्जन से अधिक ऐसे गांव हैं, जो आज टीवी से मुक्त हो चुके हैं.
भारत में टीवी जैसी बीमारी को एक लाइलाज बीमारी माना जाता था, लेकिन जैसे-जैसे वक्त बदलता गया, टीवी की बीमारी का इलाज भी बदलने लगा. भारत में भले ही हर गांवन में टीवी से ग्रसित व्यक्ति हो, लेकिन इसका उपचार भी अब मेडिकल साइंस ने खोज निकाला है. यही वजह है कि आज टीवी से मरने वालों की संख्या में कमी आई है. मथुरा जनपद के करीब 4 दर्जन गांव ऐसे हैं, जो कि टीवी की बीमारी से मुक्त हो चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन लगभग 4 दर्जन गांवों को क्लीन चिट दे दी गई है. इन गांवों में कोई भी टीवी का मरीज नहीं मिला है.
वहीं, जिला क्षय रोग प्रभारी संजीव यादव से जब टीवी की बीमारी को लेकर बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 53 गांव ऐसे हैं, जिनमें टीवी की बीमारी से मुक्त हो चुके है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा टीवी मुक्त भारत का जो सपना देखा गया था, उसी सपने को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है. 2025 तक टीवी मुक्त भारत बनाने का सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है.
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53 ग्राम पंचायत में कोई मरीज नहीं
संजीव यादव ने यह भी बताया कि एक ग्राम पंचायत में 30 टेस्ट कम से कम किए गए हैं. इन टेस्टों के आधार पर एक या एक से कम मरीज निकला है. उसे हम टीवी बीमारी मुक्त गांव मानते हैं. 64 ग्राम पंचायत को इसमें रखा गया था. 53 ग्राम पंचायत ने क्वालीफाई किया है.