जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपी टोटलएनर्जीज गैस स्टेशन पर जोरदार हमला किया है और इस हमले से पूरे इलाके में आग लग गई है।
बता दें कि इजरायल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच इस वक्त विवाद चल रहा है और दोनों ही नेता एक दूसरे पर अपनी जमकर भड़ास निकाल रहे हैं।
नेतन्याहू ने कहा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “सभी सभ्य देशों” को इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए, क्योंकि वह ईरान के नेतृत्व वाली “बर्बर ताकतों से लड़ रहा है।”, उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने के आह्वान को “शर्मनाक” बताया।वीडियो संदेश जारी करते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि “आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन जो देश कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करते हैं, वे इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने का आह्वान कर रहे हैं।
फिर भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य पश्चिमी नेता अब इजरायल को हथियार देने पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए।क्या ईरान हिज्बुल्लाह, हूती, हमास और उसके अन्य सहयोगियों पर हथियार प्रतिबंध लगा रहा है? बिल्कुल नहीं।आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन जो देश कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करते हैं, वे इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. यह कितनी शर्मनाक बात है।”
बता दे कि ईरान ने दो अक्टूबर के दिन इजरायल पर करीब 185 मिसाइला दागते हुए अपने इरादे जता दिए है और अब माना जा रहा है कि इजरायल जल्द इसका जवाब देगा। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई 7 अक्टूबर से पहले या बाद में की जाएगी, जो दक्षिणी इजऱाइल में हमास के सीमा पार नरसंहार की बरसी है।”
बता दे कि ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई शुक्रवार को तेहरान की ग्रैंड मस्जिद पहुंचे। यहां जुटे हजारों लोगों को उन्होंने जुमे की नमाज पढ़ाई।
खामेनेई ने करीब पांच साल बाद इस मस्जिद में आकर नमाज पढ़ाई और लोगों को संबोधित किया। खामेनेई ने संबोधन में सबसे ज्यादा जोर दुनिया के मुसलमानों की एकजुटता पर दिया। उन्होंने लेबनान और गाजा के लोगों से एकजुटता दर्शाई और इजरायल पर जमकर निशान साधा। खामेनेई का ये संबोधन ऐसे समय पर हुआ है, जब ईरान और इजरायल में युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं।