एएफआई की अनुमति से होंगे नई इकाई के लिए चुनाव, पूर्व सदस्यों को होगा मतदान का अधिकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन (यूपीएए) द्वारा लगभग तीन माह पहले कुछ जिला संघों को भंग करने कवायद पर तब विराम लग गया जब उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष आशुतोष भल्ला ने स्पष्ट किया कि ऐसा एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) की अनुमति के बाद ही हो सकता है।
इस बारे में अध्यक्ष आशुतोष भल्ला ने कहा कि एएफआई की अनुमति के बिना किसी भी जिले के एथलेटिक्स संघ को भंग नहीं किया जा सकेगा।
उन्होंने भारतीय खेल संघ की नियमावली का जिक्र करते हुए बताया कि जिले की संघ को भंग करने से पहले इसके बारे में एएफआई को बताना होगा और फिर चुनाव कराने होंगे। इन चुनावों में पूर्व में संघ के सदस्य रहे लोग ही वोट देने के अधिकारी होंगे।
बहरहाल इससे स्पष्ट हो गया है कि लखनऊ एथलेटिक्स संघ के सचिव बीआर वरुण, फिरोजबाद के श्याम वीर, सुल्तानपुर के बाबादीन चौधरी और कुशीनगर के अजय त्रिपाठी ही संघ के नियमों के अनुसार प्रदेश संघ के निर्देशन में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के कार्य करेंगे।
बताते चले कि पिछले महीने लखनऊ के होटल में उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन की आम सभा की बैठक में जिला संघ के साथ हो रही मनमानी के बाद संघ के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि एएफआई की अनुमति के बिना किसी भी जिले की इकाई भंग नहीं की जा सकती और चुनाव के बाद ही किसी नये व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
यहां यह भी बताते चले कि संघ के पदाधिकारियों के अनुसार कुछ दिन पूर्व ही यूपीएए के विरोध में फिरोजाबाद एथलेटिक्स संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन किया था जिसे अधिकारियों ने उचित न्याय दिलाने का आश्वासन देकर शांत कराया था।
उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसिएशन ने इस बारे में साफ किया कि संघ के सदस्यों को मनमानी करने की जगह खेल को बढ़ावा देने का काम करना चाहिए। वहीं लखनऊ जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव बीआर वरुण ने कहा कि भविष्य में खेल आयोजन को लेकर जो निर्देश मिलेंगे, उनको अच्छी तरह से लागू किया जायेगा। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि प्रदेश संघ के सभी निर्देशों का पालन किया जाये।