जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर ज़िले में डकैती के बाद एनकाउंटर की घटना पर राजनीतिक बयानबाज़ी जारी है. पहले जहां समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव ने यूपी की बीजेपी सरकार को एनकाउंटर के मुद्दे पर निशाने पर लिया था, वहीं अब प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है.
मायावती ने ट्वीट किया है , “यूपी के सुल्तानपुर ज़िले में एनकाउंटर की घटना के बाद से बीजेपी और समाजवादी पार्टी में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं और अपराध, अपराधी और जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं.”
मायावती ने आरोप लगाया है कि बीजेपी की तरह सपा सरकार में क़ानून व्यवस्था की हालत ज़्यादा ख़राब था. मायावती ने भी दावा किया है कि यूपी में वास्तव में बसपा के शासन काल में ही क़ानून और व्यवस्था का राज था.
अखिलेश यादव ने क्या कहा था
अखिलेश यादव ने एनकाउंटर की घटना पर कहा था, “लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई.”
उन्होंने कहा था, “नकली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं. समाधान नकली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है. बीजेपी राज अपराधियों का अमृतकाल है. अखिलेश यादव के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने कहा था, “किसी एक माफिया शागिर्द को, किसी डकैत को पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो इनकी दुखती हुई नस पर जैसे पुलिस ने उंगली रख दी हो.. तब ये चिल्लाने लगते हैं.”