सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ का केडी सिंह बाबू स्टेडियम ने न जाने कितने खिलाड़ी को स्टार बना देखा है। हॉकी खिलाड़ी केडी सिंह के नाम पर रखे स्टेडियम में जहां एक ओर क्रिकेट और हॉकी के कई इंटरनेशनल मैच का गवाह बना है, वहीं अब फुटबॉल मैच के लिए चर्चा में आ गया है।
दरअसल अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने गुरुवार को घोषणा की कि लखनऊ 2 सितंबर को प्रतिष्ठित केडी सिंह बाबू स्टेडियम में चिर प्रतिद्वंद्वी मोहन बागान एसजी और ईस्ट बंगाल एफसी के बीच दोस्ताना मैच की मेजबानी करेगा।
जब भी केडी सिंह बाबू स्टेडियम को याद करते हैं तो अक्सर हम सचिन के शतक या फिर कुंबले की घूमती हुई गेंद और फिर नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा श्रीलंका के खिलाफ लगाए गए लंबे-लंबे छक्के को याद करते हैं।
लेकिन इस सब के बीच लखनऊ का ये स्टेडियम अपनी यादों में न जाने कितने बड़े-बड़े खिलाडिय़ों को समेटा हुआ है।
कई ऐसे स्टार खिलाड़ी इसी स्टेडियम से निकले हैं और देश का झंडा बुलंद कर दिया है। इतना ही नहीं एक जमाना था जब यहां से निकलने वाली हॉकी प्रतिभाओं की चर्चा पूरे विश्व में हुआ करती थी।
इस शहर ने कुछ ऐसी प्रतिभाओं को जन्म दिया है, जिनके प्रदर्शन से पूरी दुनिया रौशन रही है। उनमें हॉकी के दिग्गज केडी सिंह ‘बाबू’, स्टार एथलीट सुधा सिंह और चैंपियन शटलर सैयद मोदी, जैसे प्रमुख खिलाड़ी शामिल है। अगर गौर करें तो हॉकी के कई नायक इसी स्टेडियम से निकलकर अपनी जादुई हॉकी से दुनिया जीतने का हौसला दिखाया था। इनमें सैयद अली, केडी सिंह बाबू , रविंद्र पाल, आरएस रावत , मोहम्मद शाहिद, सुजीत कुमार, डॉ. आरपी सिंह, रंजना श्रीवास्तव, प्रेम माया, सुधा चौधरी, रविंद्र कौर,पुष्पा श्रीवास्तव, रजिया जैदी, मंजू बिस्ट जैसे इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी यहीं से निकले हैं।
भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी को कौन भूल सकता है। सैयद मोदी की जो बैडमिंटन की दुनिया में इतना ज्यादा चमकता था कि चीन और जापान जैसे खिलाड़ी धमक से डर जाते थे, वो भी इसी स्टेडियम से बैडमिंटन खेला करते थे।
70 से लेकर 90 तक इस स्टेडिमय की तूती बोलती थी और यहां से कई इंटनेशनल खिलाड़ी अन्य खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। अब किसी बड़े फुटबॉल मैच के सहारे ये स्टेडियम अब फुटबॉल के लिए चर्चा में आ गया है और उम्मीद की जा रही है अब यहां से फुटबॉल की नई प्रतिभा निकलेंगी।