जुबिली स्पेशल डेस्क
9 अगस्त 2024 को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ पहले रेप किया जाता है और फिर उसे दर्दनाक तरीके से मौत की नींद सुला दी जाती है।
ये मामला अब लगातार सुर्खियों में है। देश भर के डॉक्टरों ने हड़ताल कर डाली है और इस वजह से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप पड़ गई है। उधर इस मामले की जांच भी तेज कर दिया गया है।आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई की पूछताछ की है।
इस बीच इस केस से जुड़ी एक और बड़ी जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि रेप और मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने जांच की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इस रिपोट में बहुत कुद कहा गया है। जानकारी के अनुसार सूत्र बता रहे हैं कि सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट दाखिल की है।
सीबीआई ने स्टेटस रिपोर्ट में कोलकाता पुलिस की ओर से गई लापरवाही का जिक्र खास तौर किया गया है।सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ रेप के बाद हत्या के मामले की सुनवाई को जारी रखेगा.मामले की सुनवाई सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुई।
कोलकाता मामले पर सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता तुषार मेहता ने कहा कि डॉक्टर्स 36-36 घंटे काम कर रहे हैं। कोर्ट से डॉक्टर्स को सुरक्षा का भरोसा मिल जाए तो उनको संतोष होगा। उन्हें अपनी बात कहने का मौका दिया जाए। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि डॉक्टरों की 36 से 48 घंटों की ड्यूटी सही नहीं है। हम जानते हैं कि डॉक्टर 36 घंटे काम कर रहे हैं. मैं खुद एक सरकारी अस्पताल में फर्श पर सोया हूं, जब मेरे परिवार का एक सदस्य बीमार थे। हमें बहुत सारे ईमेल मिले हैं जिसमें कहा गया है कि डॉक्टर्स पर बहुत दबाव है, सीजेआई ने कहा कि अगर हम सभी हितधारकों का प्रतिनिधित्व मांगना शुरू कर देंगे तो मामले को ठीक से संभालना संभव नहीं होगा।
समिति को पहले फैसला करने दीजिए. समिति सुनिश्चित करेगी कि डॉक्टरों और इंटर्न की चिंताओं का समाधान किया जाएगा।
स्टेटस रिपोर्ट पढ़ने के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि आरोपी को लगी चोट की मेडिकल रिपोर्ट कहां है. इस पर बंगाल सरकार के कपिल सिब्बल ने कहा कि ये हिस्सा केस डायरी का है।
चीफ जस्टिस ने पूछा कि आरोपी का मेडिकल एक्जामिनेशन हुआ है? सॉलिसीटर जनरल ने बताया कि हमें वह नहीं मिला है. हम (CBI) घटना के 5वें दिन जांच में आए। उससे पहले पुलिस ने जांच की। इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने केस डायरी दी है। रिकॉर्ड में देखा जा सकता है। पूरा टाइमलाइन भी दिया है।