जुबिली स्पेशल डेस्क
9 अगस्त 2024 को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ पहले रेप किया जाता है और फिर उसे दर्दनाक तरीके से मौत की नींद सुला दी जाती है।
ये मामला अब लगातार सुर्खियों में है। देश भर के डॉक्टरों ने हड़ताल कर डाली है और इस वजह से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप पड़ गई है। उधर इस मामले की जांच भी तेज कर दिया गया है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।
आईएमए की एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. विनय अग्रवाल ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि अगर सरकार लिखित में सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (Central Protection Act) लागू करने का आश्वासन दे तो हम जूनियर डॉक्टरों को हड़ताल वापस लेने के लिए मना पाएंगे। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल की है और हम उनके साथ हैं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को होने वाली मीटिंग में आगे की रणनीति तय की जाएगी। अग्रवाल ने आगे कहा, “जेपी नड्डा जी से जब बात हुई तो हमने उन्हें याद दिलाया था कि आपने जब पहले कमेटी बनाई थी, तब मैं भी उस कमेटी का सदस्य था. 2019 में उस कमेटी की सिफारिश में था कि केंद्रीय एक्ट अगेंस्ट वायलेंस बनना चाहिए। कमेटी पहले से है, लेकिन कोई सफल बातचीत नहीं हुई, इसलिए हमने प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप के लिए लिखा है।”
बता दे कि कोलकाता में लेडी डॉक्टर का रेप के बाद मर्डर कर दिया गया था। उसके बाद से देश भर के डॉक्टर्स में आक्रोश है। इस मामले के बाद से एक बार फिर महिला सुरक्षा का मुद्दा सभी के लिए चिंता का विषय बन गया है।
मामले की पोस्टमार्ट रिपोर्ट से सामने आया कि लेडी डॉक्टर को बर्बरता के साथ मारा गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ रेप की पुष्टि हुई थी।
उसके शरीर के हर हिस्से पर चोट के निशान थे। उसकी पसलियां टूटी हुई थी। उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी थी। आरोपी ने गला घोंटकर उसकी हत्या की।