पेरिस ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2 -1 से हराते हुए कांस्य पदक जीता। यह पेरिस ओलंपिक में भारत का चौथा पदक है। भारत से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 2 गोल किए, स्पेन से मार्क मिरालेस ने इकलौता गोल किया।
मैच की शुरुआत से ही भारत ने लगातार आक्रमण किए। वहीं छठे मिनट में सुखजीत सिंह मैदानी गोल करने से चूक गए। पहले क्वार्टर में दोनों टीमें गोल करने में असफल रही।
दूसरा क्वार्टर के दौरान मैच के 18वें मिनट में मार्क मिरालेस ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल दाग दिया। दूसरे क्वार्टर के अंतिम पलों में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल कर दिया।
मैच के तीसरे क्वार्टर में भारत का दबदबा देखने को मिला। भारत ने कुछ मैदानी गोल करने के असफल प्रयास किए। मैच के 33वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनल्टी कार्नर पर जोरदार गोल किया और भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी।
मैच के चौथे और आखिरी क्वार्टर में स्पेन की टीम ने लगातार आक्रामण। दूसरी तरफ भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश और डिफेन्स ने शानदार बचाव किया और मैच में कोई गोल नहीं होने दिया।
यह भारत ने 52 साल बाद ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीता। इससे पहले भारतीय टीम ने 1968 और 1972 में कांस्य पदक जीते थे।
वहीं ओलंपिक के इतिहास में भारत की हॉकी टीम ने यह कुल 13वां पदक जीतने में सफलता हासिल की। वैसे हॉकी के इतिहास में भारत ने ओलंपिक में सर्वाधिक 8 स्वर्ण पदक जीते हैं।
वैसे ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का यह चौथा कांस्य है। इसके अलावा भारत ने 1 रजत भी जीता है। 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक से भारतीय हॉकी टीम के सनसनीखेज प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी।
उस संस्करण में मेजर ध्यान चंद के नेतृत्व में भारत ने 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया था। भारतीय हॉकी टीम ने 52 साल बाद लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीतने में सफलता हासिल की है। इससे पहले भारतीय टीम ने 1968 और 1972 में कांस्य पदक जीते थे।
इससे पूर्व पूल- बी में मौजूद भारतीय टीम ने अपने 5 में से 3 मैच जीते और 1 में शिकस्त झेली थी। भारत ने 10 अंको के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। इसके बाद क्वार्टर-फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को हराने के बाद सेमीफाइनल में भारत जर्मनी से हार गया था।
वहीं पूल- बी के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम ने इतिहास रचा था। उन्होंने साल 1972 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 3-2 से हराया था।