जुबिली स्पेशल डेस्क
केरल के वायनाड जिले में आए भूस्खलन के बाद वहां पर भारी तबाही देखने को मिल रही है। कई जिदंगी एक झटके में खत्म हो गई है। राहत और बचाव का कार्य तेजी से हो रहा है।
लोगों के मलबे के नीचे दबे ही होने की आशंका जतायी जा रही है। उन्हें मलबे के नीचे से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। कई लोग इसमें दबके मर चुके हैं जबकि कुछ लोगों को जिंदा बाहर निकाला गया है। वायनाड में रेस्क्यू ऑपरेशन का शनिवार (3 अगस्त) को चौथा दिन है।
वायनाड के चूरमाला में एनडीआरएफ लेकर सेना के जवान तक लोगों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और काम में जुटे हुए हैं। इतना ही नहीं लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू टीम अडवांस्ड टेक्निकल उपकरणों और खोजी कुत्तों तक की मदद ली जा रही है।
इस दौरान कई लोगों के शव को बरामद किया गया है, जो दब के ही मर गए है। केरल में पिछले कुछ सालों में आई ये सबसे भयानक आपदा के दौर पर देखी जा रही है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट मेेंं कहा है कि रडार को मलबों के नीचे कुछ हरकतें नोटिस हुई हैं, जो लोगों के जिंदा होने के सबूत हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया, “आज भी हमारा कल की तरह ही प्लान है. हमने अलग-अलग जोन बांटे हैं और टीम वहां के लिए रवाना हो गई है। टीमों के साथ खोजी कुत्ते और वैज्ञानिक भी गए हैं. स्थानीय लोग भी रेस्क्यू ऑपरेशन में हमारी मदद कर रहे हैं।”
वायनाड भूस्खलन में अब तक 334 लोगों की मौत की बात भी सामने आ रही है। इसके साथ ही 210 लोगों के शव को बरामद कर लिया गया जबकि 187 लोगों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।