जुबिली न्यूज डेस्क
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा खेडकर की सिविल सेवा के लिए तत्कालिक उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है और उन पर हमेशा के लिए भविष्य में होने वाली सभी परीक्षाओं और नियुक्तियों में शामिल होने पर रोक लगा दी है.
सभी मौजूद रिकॉर्ड्स की जांच के बाद यूपीएससी ने पूजा खेडकर को सीएसई-2022 के नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया है. इसके लिए यूपीएससी ने 2009 से 2023 तक पंद्रह हजार से ज़्यादा अनुशंसित उम्मीदवारों के 15 वर्षों के आंकड़ों की समीक्षा की.
कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया
यूपीएससी ने पूजा खेडकर को एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था. 2022 में आईएएस के लिए चयनित होने वाली पूजा को 18 जुलाई, 2024 को फर्ज़ी पहचान बताकर परीक्षा नियमों में निर्धारित सीमा से ज़्यादा बार परीक्षा में बैठने का प्रयास करने के लिए यह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.
पूजा को 25 जुलाई तक ही इस कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था लेकिन पूजा ने ज़रूरी दस्तावेज़ जुटाने के लिए 4 अगस्त तक का समय मांगा था. लेकिन यूपीएससी ने पूजा को 30 जुलाई तक का ही समय दिया था.
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हालांकि पूजा दिए गए वक़्त में कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दे पाईं. जिसके बाद यूपीएससी ने मौजूद रिकॉर्ड्स की जांच की और पूजा खेडकर को दोषी पाया. इसके बाद सीएसई 2022 के लिए उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया गया और उनके आगे किसी भी परीक्षा या नियुक्ति में बैठने पर भी स्थाई रूप से रोक लगा दी गई है.