यशोदा श्रीवास्तव
नेपाल में घरेलू उड़ानें सुरक्षित नहीं है। बुधवार को एक निजी एयरलाइंस कंपनी के जहाज के क्रश हो जाने से उसमें सवार 18 लोगों के मौत की खबर है। यह जहाज अपने कर्मचारियों के लेकर पोखरा जाने के लिए उड़ान भरते समय त्रिभुवन हवाई अड्डे पर ही क्रैश हो गया। जहाज में आग लग गई ।
बचाव दल ने जहाज के चालक दल के एक सदस्य को गंभीर हालत में निकाल कर काठमांडू के केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई है। त्रिभुवन अंतरराष्ट्रिय हवाई अड्डा के प्रवक्ता प्रेम नाथ ठाकुर के अनुसार सौर्य एयरलाइन्स का जहाज अपने 18 कर्मचारियों को लेकर पोखरा जाने के लिए उड़ान भरते समय ही असंतुलित हो गया।
जहाज देखते ही देखते आग की लपटों में समा गया। विमान में चालक दल सहित 19 लोग सवार थे। सभी 18 शवों को निकाला लिया गया है। हवाई अड्डा प्रशासन ने घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है। सौर्य एयरलाइंस के दुर्घटना का शिकार हुए विमान को करीब 22 साल पुराना बताया गया है। नेपाल में निजी एयरलाइंस के ज्यादातर विमान बहुत पुराना व जर्जर हालत में है यही वजह है कि यहां घरेलू हवाई यात्रा सुरक्षित नहीं रह गया।
इस विमान दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के प्रति प्रधानमंत्री ओली और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। नेपाल में अबतक की करीब 57 विमान दुर्घटनाओं में निजी एयरलाइंस की यह चौथी बड़ी दुर्घटना है।नेपाल उड्डयन मंत्रालय ने भी इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं
1992 में साल भर के भीतर हुए थाईलैंड और पाकिस्तान की दो अलग अलग विमान दुर्घटनाओं में क्रमशः 167 और 113 लोगों की जान गई थी। नेपाल में विमान दुर्घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि नेपाल विमान दुर्घटनाओं में सबसे अग्रणी देशों में है।
पिछले 76 वर्षों में 57 से अधिक विमान दुर्घटनाओं में 975 जाने गई। औसतन नेपाल में हर साल हो रही विमान दुर्घटनाओं को देखते हुए यहां सुरक्षित हवाई यात्रा और विमानों के गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नेपाल में पहला जहाज दुर्घटना 7 मई, 1946 को हुआ था। तब रॉयल फोर्स एयर के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी।
1955 में नेपाल में कलिंगा एयर के एक जहाज़ दुर्घटना में पहला मानव क्षति हुआ था जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी। 1956 में काठमांडू में इंडियन एयरलाइंस के एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 14 लोगों की जान चली गई थी। 1957 में नेपाल में इंडियन एयरलाइंस का एक और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 20 लोगों की मौत हुई थी। एक साल से भी कम समय के बाद, 1958 में, नेपाल में इंडियन एयरलाइंस का एक और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें भी 20 लोग मारे गए थे। नेपाल में चार भारतीय विमान दुर्घटना ग्रस्त हुए हैं।
1960 में नेपाल एयरलाइंस के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर चार यात्रियों की मौत हो गई थी।1962 में एक और नेपाल एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 10 लोग मारे गए। उसी वर्ष, नेपाल एयरलाइंस का एक और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें छह लोग मारे गए थे।
1969 में हुए एक और नेपाल एयरलाइंस के विमान दुर्घटना में पैंतीस लोगों की मौत हो गई थी। एक साल बाद, 1970 में नेपाल एयरलाइंस का एक विमान दिल्ली में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
1970 में रायल लाइट जहाज,1975 में नेपाल एयरलाइंस,1979 लांगटांग विमान,1981 में नेपाल एयरलाइंस,1984 नेपाल एयरलाइंस,1985 में एक और नेपाली विमान,1992 में नेपाल एवरेस्ट प्लेन,1995 में नेपाल एयरलाइंस,1997 में करनाली एयर,1998 में लीबानी जहाज,फिर 1998 में एशियन एयर,1999 में निकाय एयर,इसी साल स्काईलाइन प्लेन के दुर्घटना ग्रस्त होने पर 160 लोगों की जान गई थी।
नेपाल में विमान हादसों का क्रम यहीं नहीं थमता। सन 2000 में नेपाल एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटना में पच्चीस लोगों की मौत हो गई थी। 2001 में रारा झील में फिस्टेल एयर हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चार लोगों की मौत हो गई थी। स्काईलाइन का जहाज 2002 में सुरखेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। 2002 में संगरीला एयर प्लेन क्रैश हो गया था जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई।2004 में यती एयरलाइंस का विमान लामजुंग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई।
2005 में एयर डायनेस्टी के विमान दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी।।यती एयरलाइंस का विमान 2006 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई। उसी वर्ष, लुक्ला में एक और यती एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उन्नीस लोगों की मौत हो गई। 2010 में अग्नि एयर का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। तारा एयर का विमान 2011 मे दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में बाईस लोगों की मौत हो गई। उसी साल बुद्धा एयर का विमान ललितपुर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उन्नीस लोगों की मौत हो गई।अग्नि एयर का विमान 2012 में जोमसोम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें पंद्रह लोगों की मौत हो गई।
उसी साल काठमांडू में सीता एयर का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से 19 लोगों की जान चली गई थी।नेपाल एयरलाइंस का एक विमान 2014 में अरघाखांची में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें अठारह लोगों की मौत हो गई थी। 2015 में, एक अमेरिकी सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें भी कुछ के मारे जाने की पुष्टि हुई थी। इस तरह देखें तो नेपाल में सर्वाधिक नेपाल एयरलाइंस के विमानों के दुर्घटना का लंबा रेकार्ड है। उसके बाद निजी एयरलाइंस के छोटी विमानों का नंबर आता है। नेपाल की मौजूदा सरकार ने विमानों के दुर्घटना होने का करीब पांच दशकों का रेकार्ड खंगाला है जिसमें यह भयावह तस्वीर सामने आई है।