जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने की वजह से अब बीजेपी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इतना ही नहीं हाल में हुए उपचुनाव में बीजेपी को निराशा हाथ लगी है तो दूसरी ओर हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सपा और कांग्रेस ने मिलकर बड़ा झटका दिया है और इस वजह से बीजेपी अब फिर से जमीनी स्तर पर अपने आपको मजबूत करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।आलम तो ये हैं कि उपचुनाव में सपा को रोकने के लिए योगी को पार्टी में फिर से जोश भरने पर मजबूर होना पड़ा है।
जिन सीटों पर चुनाव होने हैं वे फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी, कुंदरकी और सीसामऊ हैं। बीजेपी के नौ विधायक इस बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। ऐसे में बीजेपी की नजर इन दस सीटों पर है ताकि वो विधान सभा में अपना दबदबा कायम रखे। इसके लिए योगी ने 30 मंत्रियों की तैनाती कर दी है। सीएम योगी ने बुधवार को इन मंत्रियों के साथ बैठक की है ताकि एक बार फिर जीत का परचम बुलंद किया जा सके। मिल्कीपुर सीट की जिम्मेदारी सूर्य प्रताप शाही, मयंकेश्वर शरण सिंह, गिरीश यादव और सतीश शर्मा को दी गई है…
अन्य सीटों पर मंत्रियों की तैनाती की बात की जाए तो करहल सीट पर जयवीर सिंह, योगेन्द्र उपाध्याय, अजीत पाल सिंह, कटेहरी सीट पर स्वतंत्र देव सिंह, संजय निषाद, दयाशंकर मिश्र दयालु, सीसामऊ सीट पर सुरेश खन्ना, नितिन अग्रवाल, फूलपुर सीट पर दयाशंकर सिंह व राकेश सचान, मझवां सीट पर अनिल राजभर, आशीष पटेल, रविंद्र जायसवाल, रामकेश निषाद, गाजियाबाद सदर सीट पर सुनील शर्मा, बृजेश सिंह, कपिलदेव अग्रवाल, मीरापुर सीट पर अनिल कुमार, सोमेन्द्र तोमर, केपी मलिक, खैर सीट पर लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह, कुंदरकी सीट पर धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सैनी और गुलाब देवी को जिम्मेदारी दी गई है।
इसको लेकर अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है और यूपी का रण जीतने के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी बीजेपी रणनीति बनाने में जुट गई है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में 10 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी को अभी से सक्रिय होना होगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा सांसद के साथ ही विधायकगण, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, ब्लॉक प्रमुख, चेयरमैन और पार्षद सभी लोग आज से ही 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। हमें एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का परचम लहराना है।