जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए और इंडिया के बीच लगातार घमासान देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार इससे पहले 10 साल वही लेकिन वह इस बार भले ही तीसरी बार सत्ता में लौटी हो लेकिन वह पहले के मुकाबले बेहद कमजोर है। उसे नीतीश कुमार और नायडू की पार्टी के सहारे सरकार चलाने पर मजबूर होना पड़ा है।
ऐसे में आठ राज्यों की 23 सीटों पर होने वाला उपचुनाव अब बेहद रोचक होता हुआ नजर आ रहा है। लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिलने पर एनडीए को अब उप चुनाव में भी इंडिया गठबंधन से कड़ी चक्कर मिलेगी। दरअसल सात राज्यों की खाली विधानसभा की 13 सीटों पर बुधवार यानी 10 जुलाई को उपचुनाव है और इसका नतीजा 13 जुलाई को आएगा इसके अलावा यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होना है।
हालांकि उनकी डेट का ऐलान अभी नहीं किया गया है लेकिन यह सीटे ज्यादातर लोकसभा चुनाव के चलते रिक्त हो गई है। अब सवाल है कि सात राज्यों को होने वाली 13 सीटों पर किसका पलड़ा भारी है।
पहले बात करते पश्चिम बंगाल की जहां चार सीटों पर उपचुनाव होना है। लोकसभा चुनाव विश्व 24 में पीएमसी ने यहां पर शानदार प्रदर्शन किया था ऐसे में टीएमसी का एक बार फिर पलवा भरी नजर आ रहा है। बिहार की रुपौली सीट पर भी उपचुनाव होना है यहां पर जदयू की बीमा भारती ने इस्तीफा दे दिया था ऐसे में यह सीट खाली है और बीमा भारती इस वक्त जदयू छोड़कर राजद में आ गई है।
ऐसे में इस सीट पर एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच में काटे का मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसी तरह तमिलनाडु की एक सीट पर उपचुनाव होना है इस सीट पर डीएमके और एनडीए के बीच काला मुकाबला देखने को मिल सकता है।
मध्य प्रदेश की अमरावड़ा विधानसभा सीट पर कौन बाजी मारेगी इसका फैसला भी इस उप चुनाव में होना है। कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के बाद कोने वाले उपचुनाव में इंडिया ब्लॉक और इंडिया गठबंधन के बीच में काला मुकाबला देखने को मिल सकता है दोनों ही दोनों ही इस वक्त बेहद मजबूती के साथ उपचुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं।