जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार फिर से सत्ता में आ गई है लेकिन इस बार उसकी स्थिति पहले से काफी कमजोर है क्योंकि विपक्ष ने भी 235 सीटें जीतकर संसद में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी है।
ऐसे में 18वीं लोकसभा का मौजूदा सत्र काफी हंगामेदार देखने को मिल रहा है। सरकार और विपक्ष के बीच कई मुद्दों को लेकर घमासान देखने को मिल रहा है।
संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार (1 जुलाई, 2024) को हंगामे भरा देखने को मिला जब कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। नीट पेपर लीक मामले के साथ-साथ मणिपुर के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर संसद में जोरदार हमला बोला है।कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि एक साल से मणिपुर जल रहा है, लेकिन नारे देने में महारत रखने वाले पीएम मोदी मणिपुर नहीं गए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जब बोल रहे थे तब जोरदार हंगामा हुआ और विपक्ष की तरफ से बोला गया कि माइक बंद हो रहा है। विपक्ष ऐसा कहने पर सभापति जगदीप धनखड़ गुस्सा हो गए और उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि यहां क्या माइक बंद हो रहा है. ये कोई तरीका नहीं है. खरगे क्या आप मानते हैं कि माइक बंद हो रहा है। आपका (खरगे) 54 साल का अनुभव और आप जानते हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सच बोलने वाले अक्सर बहुत ही कम बोलते हैं, झूठ बोलने वाले लेकिन निरंतर हरदम बोलते हैं, एक सच के बाद और सच की जरूरत नहीं होती, एक झूठ के बाद सैंकड़ों झूठ आदतन बोलते हैं। ये मोदी साहब की वाणी है और इसे सुनकर दुख हुआ तो मैं हाथ जोड़कर क्षमा मांगता हूं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने नीट पेपर लीक का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा ही होता रहता तो कोई बच्चा नहीं पढ़ेगा।मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि शुरू में सरकार ने नीट पेपर लीक की बात मानने से मना कर दिया। बाद में फजीहत हुई तो माना कि ऐसा हुआ है।मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि नीट सहित अन्य पेपर लीक के मामलों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए. ये मेरी राय है।