जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती में हुए पेपर लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने परीक्षा कराने की जिम्मेदारी गुजरात की प्राइवेट कंपनी एजुटेस्ट को दी थी। अब उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, लेकिन कंपनी का मालिक विनीत आर्य विदेश भाग गया है। STF ने कई समन भेजे, लेकिन इतनी ही जानकारी मिल सकी कि विनीत आर्य अमेरिका भाग गया है।
कई बातें संदेहजनक
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस भर्ती बोर्ड में अचानक डीजी का बदला जाना और गुजरात की संदिग्ध कंपनी को सिपाही भर्ती जैसी बड़ी परीक्षा का ठेका दिया जाना, सब कुछ संदेहजनक है। पेपर लीक होना और फिर कंपनी के मालिक का विदेश भाग जाना, ये सभी घटनाएं एक गहरी साजिश की ओर इशारा कर रही हैं।
विनीत आर्य के विदेश भाग जाना
खास बात यह है कि जिस समय यह ठेका दिया गया, उसी समय पुलिस भर्ती बोर्ड के डीजी को भी बदला गया था। इसके बाद पेपर लीक हुआ और एजुटेस्ट के मालिक विनीत आर्य के विदेश भाग जाने की खबर आई। ये सारी घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं और इसीलिए जांच एजेंसियां इन सबकी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं।
STF इस मामले की जांच कर रही है
STF इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है। हालांकि, अभी तक IPS अफसरों से पूछताछ नहीं हो पाई है कि आखिर इस कंपनी को ठेका किसने और किस आधार पर दिया था। यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जिसका जवाब मिलना अभी बाकी है। हालांकि जल्दी ही उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती री-एग्जाम की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
यह मामला यूपी पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में गंभीर खामियों को उजागर करता है और इसमें शामिल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की आवश्यकता है। यह जांच प्रदेश में भर्ती प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करती है। अब सभी की निगाहें STF की जांच पर टिकी हैं, जो इस मामले के हर पहलू को उजागर करने का प्रयास कर रही है।