जुबिली न्यूज डेस्क
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने दावा किया है कि केंद्र सरकार ने उन्हेें कुवैत जाने की इजाजत नहीं दी. जॉर्ज आग में मारे गए केरल के लोगों के परिजनों की मदद और राहत कार्यों के को-ऑर्डिनेशन के लिए कुवैत जाना चाहती थीं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ वीणा जॉर्ज ने पत्रकारों से कहा,” हम केंद्र सरकार से सिर्फ कुवैत जाने की इजाज़त चाहते थे ताकि आग से प्रभावित अपने लोगों के साथ खड़े हो सकें और राहत कार्यों के लिए समन्वय का काम कर सकें. लेकिन ये दुर्भाग्यूर्ण है कि केंद्र सरकार ने कुवैत जाने की इजाजत नहीं दी. और ये पहली बार नहीं हुआ है”
कुवैत में एक बहुमंजिली इमारत में आग से मारे गए 45 भारतीयों के शवों को लेकर भारतीय वायु सेना का एक विमान आज भारत के कोच्चि पहुंचा. कोच्चि एयरपोर्ट पर जब शवों को उतारा जा रहा था तो वहां केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन औैर राज्य सरकार के मंत्री के राजन,पी राजीव और वीणा जॉर्ज मौजूद थीं.शुक्रवार को सुबह ये विमान कुवैत से रवाना हुआ था. हालात का जायजा लेने कुवैत पहुंचे विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्द्धन सिंह भी इस विमान में सवार थे.
गौरतलब है कि गुरुवार को राज्य सरकार ने घायलों के इलाज और मृतकों के शवों को वापस लाने सहित राहत कार्यों में मदद के लिए जॉर्ज को कुवैत भेजने का फैसला किया था. जॉर्ज, विदेश मंत्रालय से अनुमति की उम्मीद में हवाई अड्डे पर कथित रूप से घंटों इंतजार करती रहीं.
आग लगने की इस घटना में 45 भारतीयों की मौत हो गई है. इसमें सबसे ज्यादा 23 मृतक केरल से हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र प्रदेश-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं. एक मृतक किस राज्य का है, यह सामने नहीं आया है. यह घटना कुवैत सिटी के दक्षिण में स्थित मंगाफ इलाके में हुई थी, जहां प्रवासी श्रमिकों की काफी आबादी है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस छह मंजिला इमारत में आग लगी, उसमें करीब 200 श्रमिक रह रहे थे.