जुबिली स्पेशल डेस्क
कुवैत के मंगाफ में छह मंजिला इमारत में लगी भीषण आग लगने की वजह से 49 लोगों के मरने की खबर है।
अहम जानकारी ये हैं कि इस दर्दनाक हादसे में भारतीयों की संख्या 40 से ज्यादा बतायी जा रही है जबकि 50 से ज्यादा घायल बताये जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कुवैत के इतिहास में ये सबसे भयावह बिल्डिंग फायर है।
हादसे की सूचना मिलते ही विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत जा रहे हैं।
स्थानीय मीडिया के अनुसार इस इमारत में प्रवासी मजदूर रहते हैं और कुल 196 लोग रहते थे। ये आग उस समय लगी जब लोग सो रहे थे और आग लगने के बाद लोगों में दहशत का माहौल था और जान बचाने के लिए लोग जूझ रहे थे।
इतना ही नहीं ज्यादतर लोगों की दम घुटने से मौत हुई है। विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन कुवैत के लिए रवाना हो गए है। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि हमने कल शाम पीएम के साथ बैठक की थी। वहां पहुंचते ही स्थिति साफ हो जाएगी. स्थिति ये है कि अधिकतर पीड़ित जल गए हैं।
कुछ शव इस कदर जल गए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। पीडि़तों की पहचान के लिए डीएनए जांच चल रही है
जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, उनके परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा और शवों को भारतीय वायुसेना के विमान से स्वदेश लाया जाएगा।हमारे पास कल रात के ताजा आंकड़े हैं, जिसके अनुसार इस हादसे में 48 से 49 लोगों की मौत हुई है, इनमें भारतीयों की संख्या 43 के आसपास है।
उधर इस हादसे के बाद कुवैत सरकार भी एक्शन में आ गई और गृह मंत्रालय ने मीडिया को बताया है कि बिल्डिंग मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
.ये कार्रवाई नियम तोडऩे के आरोप में की जाएगी। बिल्डिंग के मालिक और केयरटेकर हेड की गिरफ्तारी के फरमान जारी कर दिया गया है। हादसा काफी दर्दनाक है और कहा जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।