जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से एक दिन पहले सोमवार को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस मौक़े पर कहा, 642 मिलियन (64 करोड़) मतदाताओं ने इन चुनावों में वोट डाला. ये वर्ल्ड रिकॉर्ड है. 312 मिलियन (31 करोड़) महिला मतदाताओं ने इन चुनावों में वोट डाला है.”इसके बाद खड़े होकर महिला मतदाताओं के लिए तालियां बजाई गईं.
राजीव कुमार ने कहा कि मतगणना के दौरान किसी तरह की कोई गलती नहीं हो सकती है. सारी प्रक्रिया पहले से तय रहती है. हर चरण में उम्मीदवार की हिस्सेदारी रहती है.
इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं और मतदाताओं दोनों को ही भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा. अखिलेश यादव ने 7 मई 2024 को सैफई में वोटिंग के दौरान कहा था कि बीजेपी वाले जानबूझकर गर्मियों में वोट डलवाते हैं. जो गर्मी में वोटिंग हो रही है वो वोटिंग एक महीने पहले भी हो सकती थी. ऐसे में गर्मी के असर को लेकर भी मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने एक बड़ा बयान दिया.
‘यह हमारी पहली लर्निंग हैं’
चुनाव में गर्मी के असर को लेकर बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने कहा, ‘चुनाव हमें एक महीने पहले ही खत्म कर देना चाहिए था. इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था. ये हमारी पहली लर्निंग हैं.’
‘इस बार बना रिकॉर्ड’
लोकसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. यह सभी G7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और EU के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है. उन्होंने आगे कहा, ‘चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक कार्य के कारण हम कम पुनर्मतदान सुनिश्चित करते हैं – हमने 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे और 39 में से 25 पुनर्मतदान केवल 2 राज्यों में हुए थे.”
मतगणना को लेकर कहीं ये बात
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है. यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है.” उन्होंने आगे कहा, ‘अगर पोस्ट पोल हिंसा कहीं भी होती है तो इसके लिए हमने पहली बार निर्णय लिया है कि MCC के बाद भी कुछ राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स रहेगी.’