जुबिली न्यूज डेस्क
पुणे में पोर्श कार की टक्कर के बाद जान गंवाने वाले दो लोगों में से एक अश्विनी कोष्टा के पिता ने अभियुक्त के लिए कार्रवाई की मांग की है ताकि आगे लोग सबक सीखें. मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहने वाले सुरेश कोष्टा ने कहा भारत में संविधान है और क़ानून पहले से बना हुआ है. तो उसे अलग से लागू करने की ज़रूरत तो नहीं है. उसी के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे आगे लोग सबक सीखें.
19 मई को पुणे में एक तेज़ रफ़्तार पोर्श कार ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी. कार चलाने वाला अभियुक्त नाबालिग हैं और उन्हें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने बेल दे दी थी. हालांकि, अभियुक्त के पिता विशाल अग्रवाल को मंगलवार को हिरासत में लिया गया है.
इस मामले में पुणे पुलिस ने नाबालिग अभियुक्त पर व्यस्क की तरह केस चलाने की अपील की थी. हालांकि, कोर्ट ने अभियुक्त को बेल दे दी. पुलिस ने कहा है कि अब इस मामले में उच्च अदालत में अपील की जाएगी. पुणे पुलिस ने कहा है कि इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो रही है. अभियुक्त के पिता ने ही बेटे को कार दी थी.
अभियुक्त की उम्र 17 साल बताई जा रही है. किशोर ने रविवार तड़के पुणे के कल्याणी नगर में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को टक्कर मार दी थी. ये भी दावा किया जा रहा है कि अभियुक्त घटना के समय नशे में था. हालांकि, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ मेडिकल जांच में अभियुक्त के नशे में होने की पुष्टि नहीं हुई है.
मृतक के भाई ने दी जानकारी
मृतक के भाई देवेश ने बताया कि उसका भाई व अन्य साथी अपने किसी परिचित की बर्थडे पार्टी में गये हुए थे. पार्टी के बाद भाई सहित पांच व्यक्ति वापस लौट रहे थे, जिसमें से दो लड़कियां थी. भाई अपनी महिला सहयोगी के साथ बाइक में सवार होकर सामान्य तरीके से लौट रहे थे. उसके पीछे वाली दो बाइक तीन अन्य लोग सवार थे। कार चालक नाबालिग युवक नशे में धुत था और तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहा था.
चार अन्य वाहनों से कार किसी तरफ टकराने से बच गयी थी. इसके बाद उसके भाई अनीस की मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी. कार की टक्कर इतनी तेज थी कि मोटर साइकिल में सवार उनकी सहयोगी हवा में उड़ गयी और जमीन में गिरने के बाद उनकी घटनास्थल में मौत हो गयी. भाई को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। उपचार के दौरान अस्पताल में भाई ने भी दम तोड़ दिया.