जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के चौती चरण का मतदान कल यानी 13 मई को होने वाला है। चुनाव आयोग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। दूसरी तरफ राजनीतिक दलों ने भी कमर कस ली है।
बीजेपी से लेकर कांग्रेस के बीच जुबानी जंग लगातार देखने को मिल रही है। बात अगर उत्तर प्रदेश की की जाए तो यहां पर कांग्रेस और सपा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट लगातार चर्चा में बनी हुई है। दरअसल इस सीट पर किसी जमाने में गांधी परिवार का दबदबा होता था लेकिन अब बीजेपी के पास अब यह सीट है।
स्मृति ईरानी यहां से सांसद हैं माना जा रहा था कि इस बार राहुल गांधी एक बार फिर इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
कांग्रेस आलाकमान ने केएल शर्मा को स्मृति ईरानी के खिलाफ उतारा है। कांग्रेस की इस कदम के पीछे बड़ी रणनीति है लेकिन बीजेपी लगातार राहुल गांधी को टारगेट कर रही है और निशाने पर ले रही है। भाजपा नेता के द्वारा बार बार उनको डर से भागने की बात कर रहे है और विपक्षी पार्टी पर हमलावर रही और ये सवाल उठाती रही कि राहुल गांधी क्यों स्मृति ईरानी के सामने चुनाव नहीं लड़ना चाहते?
लेकिन अब कांग्रेस ने बताया कि क्यों इस सीट से राहुल गांधी फिर से चुनाव नही लड़ रहे है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक गहलोत ने दिया है।
उन्होंने कहा, “केएल शर्मा 40 साल से कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. पार्टी का ये फैसला है कि राहुल गांधी अमेठी क्यों जाएं जिसकी जरूरत ही नहीं है, क्योंकि वहां तो केएल शर्मा ही इनसे(बीजेपी) निपट लेंगे।
इससे अच्छा क्या हो सकता है कि जो व्यक्ति रात-दिन गांधी परिवार के निर्देशन में काम कर चुका हो वो उम्मीदवार बन जाए। ” कुल मिलाकर रायबरेली सभा सीट काफी चर्चा में है।
#WATCH राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "के.एल. शर्मा 40 साल से पार्टी के कार्यकर्ता हैं… पार्टी का ये निर्णय है कि राहुल गांधी वहां(अमेठी) क्यों जाएं जिसकी जरूरत ही नहीं है क्योंकि वहां तो के.एल. शर्मा ही इनसे(भाजपा) निपट लेंगे… इससे अच्छा क्या हो सकता है कि… pic.twitter.com/v6YqngCkTU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2024