जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव में मायावतीकी पार्टी किसी भी राजनीतिक गठबंधन नहीं किया है। ऐसे में अकेले ही लोकसभा चुनाव में ताल ठोक रही है।
हालांकि चुनाव से पहले कहां जा रहा था कि वो इंडिया गठबंधनमें शामिल हो सकती है लेकिन ऐसा नहीं हो सका और वो इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है। उनके अकेले लड़ने से सपा और कांग्रेस को नुकसान होना तय माना जा रहा है।
उन्होंने लोकसभा चुनाव की कई सीटों पर ऐसे ऐसे उम्मीदवार उतार दिए हैं, जो सपा और कांग्रेस दोनों को नुकसान पहुंचा सकते है।
उम्मीदवारी तय होने के बाद श्याम सिंह यादव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि एक ज्योतिषी ने बताया था की अगले सांसद आप ही होंगे। इसके बाद उन्होंने बहनजी ने फोन करके चुनाव लड़ने की इच्छा जयायी। गौरतलब कि श्याम सिंह यादव जौनपुर से सीटिंग सांसद भी हैं।
अभी देखना होगा कि श्याम सिंह दोबारा चुनाव जीतते है या नही।जौनपुर में छठे चरण में 25 मई को मतदान है। इस दिन पूर्वांचल की पांच सीटों लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही में वोटिंग होगी।
वहीं अगले चरण के मतदान से पहले राजनीतिक दल लगातार प्रत्याशियों को बदल रहे हैं सपा और बसपा के साथ-साथ भाजपा और कांग्रेस भी लगातार अपने प्रत्याशियों को बदल रही है।
कई सीटों पर देखने को मिला है कि नामांकन से पहले प्रत्याशियों को बदल दिया जा रहा है। बताया जारहा है कि लोकल लेवल पर फीडबैक मिलने के बाद राजनीतिक दल ऐसा करने पर मजबूर हो रहे हैं । सपा और बसपा दोनों पार्टियां ये काम कर रही हैं।
चार दिन पहले ही बसपा ने वाराणसी में अपना उम्मीदवार बदल दिया था। कुल मिलाकर यह देखना देखना होगा कि राजनीतिक दलों को इसका कितना फायदा मिलता है। कई जगहों पर प्रत्याशियों को लेकर राजनीतिक दल में घमासान देखने को मिला है।