जुबिली न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में अजित पवार की पार्टी एनसीपी का आज घोषणा पत्र जारी हो चुका है. खुद अजित पवार ने पार्टी कार्यालय में घोषणापत्र को जारी किया है. NCP पार्टी का मैनिफेस्टो जारी करते वक्त एनसीपी नेता छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल और बाबा सिद्दीकी समेत कई बड़े नेता मंच पर नजर आये. इस साल लोकसभा चुनाव में अजित पवार अपने चाचा शरद पवार को टक्कर दे रहे हैं.
एनसीपी के घोषणापत्र में क्या है?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार ने अपनी पार्टी के घोषणापत्र में लोगों से कई वादे किए हैं. जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया कि वह जाति-आधारित जनगणना की मांग का समर्थन करेगी, एक ऐसा मुद्दा जिसकी उसकी सहयोगी बीजेपी अनदेखी कर रही है. एक सभा को संबोधित करते हुए यहां उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीपी महाराष्ट्र के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री यशवंतराव चव्हाण के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न की भी मांग करेगी.
दुनिया को प्यार देना ही सच्चा धर्म है
पवार ने कहा कि हमारी पार्टी जाति, पंथ और धर्म से परे एक इंसान के रूप में जीने के अधिकार में विश्वास करती है. यह समानता और एकता में विश्वास रखता है. एनसीपी को समाज सुधारक साने गुरुजी के इस कथन पर भरोसा है, ‘दुनिया को प्यार देना ही सच्चा धर्म है.’ हमें समाज के वंचित और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाना होगा. घोषणापत्र में कहा गया है, हम जाति आधारित जनगणना की मांग करेंगे.पवार ने कहा कि एक बार पार्टी सत्ता में आ जाएगी, तो वह जाति-आधारित जनगणना की मांग करेगी. एनसीपी की पूर्व सहयोगी कांग्रेस देश भर में जाति-आधारित जनगणना की मांग कर रही है, जबकि बीजेपी इसका मुकाबला करने के तरीके ढूंढ रही है.
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उर्दू माध्यम के स्कूलों को अर्ध-अंग्रेजी का दर्जा देना
उन्होंने कहा, एनसीपी महायुति गठबंधन का एक घटक है जिसमें शिवसेना और बीजेपी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी की अन्य मांगों में राज्य में उर्दू माध्यम के स्कूलों को अर्ध-अंग्रेजी का दर्जा देना और कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य देना शामिल है. एनसीपी प्रमुख ने पिछले दस वर्षों में देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान की भी प्रशंसा की. उनका नेतृत्व.मोदी का नेतृत्व चुनाव में हमारी जीत सुनिश्चित करेगा. विपक्ष में कोई ऐसा नहीं है जो उनका मुकाबला कर सके. ”वह एनडीए का चेहरा हैं.”