जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान और इजरायल के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ईरान के द्वारा किये गए हमले एक हफ्ते बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की थी और उसने ईरान पर जोरदार अटैक करने का दावा किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार तडक़े इजराइल ने ईरान पर जवाबी हमला किया था।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तो इजराइल ने अभी तक ईरान के 9 लोकेशन को टारगेट किया था। कुछ पश्चिमी मीडिया ने 18 अप्रैल को बताया था कि इजराइल ने ईरान पर ड्रोन और मिसाइल से जवाबी स्ट्राइक की है।
लेकिन इस पूरे मामले पर ईरान का कुछ और कहना है और उसने मीडिया में चल रहे दावे को पूरी तरह से खारिज किया है। इस बारे में ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर ने ये कहते हुए इस दावे को खारिज दिया कि ये कोई ड्रोन नहीं थे, बच्चों के टॉय की तरह थे जो ईरान की तरफ भेजे गए।
उन्होंने आगे कहा कि हमें इजराइल और इस हमले के बीच कोई संबंध नहीं मिला। दूसरी तरफ अहम बात ये हैं कि अब तक इस हमले की पुष्टी किसी इजराइली अधिकारी द्वारा भी नहीं की गई है।
ऐसे में पूरी दुनिया इस बारे में इजरायल की प्रतिक्रिया चाह रही थी लेकिन इजरायल ने इस पर कुछ भी नहीं कहा और वो पुराने मुदद्े पर लौटता हुआ नजर आ रहा है और गाजा मुद्दे पर चर्चा करता हुआ नजर आया है। ऐसे में ईरान के हमले को करीब 9 दिन बीत जाने के बाद भी इजराइल ने सिर्फ बयान जारी किया है लेकिन उसकी तरफ अभी तक ईरान को लेकर कोई ठोस जवाब या फिर जवाबी कार्रवाई के बारे में कोई जवाब नहीं है।
इसको लेकर बेंजामिन नेतन्याहूं की सरकार के खिलाफ देश के अंदर बेहद गुस्सा है। वहीं कुछ लोगों को लग रहा है कि ईरान के दम को देखकर इजरायल की हवा निकल गई और वो बेहद घबरा गया है और उसने में इतना साहस नहीं है कि वो ईरान को जवाब दे सके।