प्रो. अशोक कुमार
ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए माननीय प्रधानमंत्री ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन का एलान किया था !
ग्रीन हाइड्रोजन क्या है ?
ग्रीन हाइड्रोजन एक प्रकार का हाइड्रोजन है जो नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करके पानी से उत्पन्न होता है। यह हाइड्रोजन का एक स्वच्छ और टिकाऊ रूप है जो जीवाश्म ईंधन का विकल्प हो सकता है।
हाइड्रोजन प्राकृतिक तौर पर पाया जाने वाला बेहद आम तत्व है, जो अन्य तत्वों के साथ संयोजन में मौजूद है।
इसमें प्राकृतिक तौर पर पाए जाने वाले यौगिकों जैसे पानी ( जो दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु के संयोजन से बनता है) से निकाला जाता है। हाइड्रोजन अणु के इस उत्पादन की प्रक्रिया ऊर्जा लेती है। हाइड्रोजन बनाने की यह प्रक्रिया इलक्ट्रोलिसिस कहलाती है।
पानी के मामले में नवीकरणीय ऊर्जा (जैसे हवा, पानी या सौर ऊर्जा) का उपयोग करके पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विखंडन करके जिस हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाता है उसे ही ग्रीन हाइड्रोजन कहा जाता है। ग्रीन हाइड्रोजन में ग्रे हाइड्रोजन की तुलना में काफी कम कार्बन उत्सर्जन होता है। ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग उन क्षेत्रों को डीकार्बोनाइज करने के लिए किया जा सकता है जो विद्युतीकरण के लिए कठिन हैं, जैसे स्टील और सीमेंट उत्पादन, और इस प्रकार यह जलवायु परिवर्तन को सीमित करने में मदद करता है।
ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन कई तकनीकों का उपयोग करके किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं: इलेक्ट्रोलाइसिस: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पानी को बिजली का उपयोग करके हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित किया जाता है।
थर्मोकेमिकल चक्र: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें गर्मी का उपयोग पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करने के लिए किया जाता है।
जैव-हाइड्रोजन उत्पादन: यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सूक्ष्मजीवों का उपयोग पानी को हाइड्रोजन में विभाजित करने के लिए किया जाता है। ग्रीन हाइड्रोजन में ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति लाने की क्षमता है। यह जीवाश्म ईंधन पर हमारी निर्भरता को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है.
ग्रीन हाइड्रोजन क्यों जरूरी है?
ग्रीन हाइड्रोजन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जीवाश्म ईंधन पर हमारी निर्भरता को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। यह एक स्वच्छ, टिकाऊ और बहुमुखी ऊर्जा स्रोत है जिसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है, जैसे:
परिवहन: ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग ईंधन सेल वाहनों को चलाने के लिए किया जा सकता है, जो शून्य उत्सर्जन उत्पन्न करते हैं।
ऊर्जा भंडारण: ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग ऊर्जा को स्टोर करने के लिए किया जा सकता है जब नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से अधिक बिजली का उत्पादन होता है।
उद्योग: ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग उद्योगों में ऊर्जा और कच्चे माल के रूप में किया जा सकता है।
ग्रीन हाइड्रोजन के लाभ:
स्वच्छ: यह जीवाश्म ईंधन का एक स्वच्छ विकल्प है जो शून्य उत्सर्जन उत्पन्न करता है।
टिकाऊ: यह नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न होता है, जो इसे टिकाऊ बनाता है।
बहुमुखी: इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है।
ग्रीन हाइड्रोजन के सामने कुछ चुनौतियां:
उत्पादन: ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन अभी भी महंगा है।
भंडारण: ग्रीन हाइड्रोजन को स्टोर करना मुश्किल है।
बुनियादी ढांचा: ग्रीन हाइड्रोजन के उपयोग के लिए बुनियादी ढांचे का विकास अभी भी प्रारंभिक चरण में है।
ग्रीन हाइड्रोजन का भविष्य:
ग्रीन हाइड्रोजन में ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति लाने की क्षमता है। यह जीवाश्म ईंधन पर हमारी निर्भरता को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। सरकारों और कंपनियां ग्रीन हाइड्रोजन के विकास और उपयोग में निवेश कर रही हैं, और यह उम्मीद की जाती है कि यह भविष्य में ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन जाएगा.
(पूर्व कुलपति कानपुर, गोरखपुर विश्वविद्यालय)