रमजान के महीने में उमरा को लेकर सऊदी अरब की ओर से नया फरमान जारी किया गया है. दरअसल, इस्लाम में रमजान के महीने को काफी पवित्र माना जाता है. इस दौरान सऊदी अरब में यात्रियों की भीड़ काफी बढ़ जाती है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है. सऊदी सरकार की ओर से जारी नए नियम में बताया गया है कि अब एक यात्री रमजान के महीने में केवल एक ही बार उमरा कर सकता है.
हज के विपरीत है उमरा का नियम
सऊदी अरब में हज के विपरीत उमरा का नियम है. यात्री सऊदी प्रवास के दौरान जितनी बार चाहें उमरा कर सकते हैं. यही वजह है कि लोग पवित्र माह में बार-बार उमरा करने के लिए काबा पहुंच रहे हैं. लोगों की बढ़ती भीड़ की वजह से वहां की सुरक्षा व्यवस्था अनियंत्रित हो गई है. लोगों को नियंत्रण में लाने के लिए सरकार की ओर से मजबूरी में यह नियम लाना पड़ा है.
इस्लाम में उमरा को लोग छोटे हज के रूप में भी जानते हैं. रस्म के मुताबिक उमरा के दौरान लोग काबा के चारों तरफ परिक्रमा करते हैं. इस प्रक्रिया को तवाफ भी कहा जाता है.
पूरे साल किया जा सकता है उमरा
आपको जानकर हैरानी होगी कि हज एक निश्चित समय के लिए होता है. वहीं एक मुसलमान व्यक्ति साल में कभी भी उमरा कर सकता है. इन दोनों प्रक्रिया के लिए यात्रियों को सऊदी अरब के सबसे पुराने शहर मक्का का दौरा करना पड़ता है.
5 दिन की होती है हज यात्रा
इस्लाम धर्म में हज यात्रा 5 दिन की होती है. मान्यता के अनुसार हर मुस्लिम शख्स को अपने जीवन में जरूर एक बार हज जाना चाहिए. इस यात्रा में ढ़ाई लाख से करीब पांच लाख तक का खर्च आता है.