जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। अगले महीने 19 तारीख से सात चरणों में देश में मतदान होगा। इसको लेकर चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है तो दूसरी तरफ राजनीतिक दल भी इसकी तैयारी में जुट गए है।
बीजेपी से लेकर कांग्रेस अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि ये तो एक जून के बाद पता चल जायेगा कि देश में किसकी सरकार बन रही है।
चुनाव आयोग के लोकसभा चुनाव ऐलान होते ही राजीतिक दलों ने अपना चुनाव प्रचार अभियान और तेज कर दिया है। मोदी लगातर चुनाव प्रचार में जुटे हुए और दक्षिण भारत से चुनाव प्रचार के सहारे विपक्ष को घेर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडिया ब्लॉक मुंबई में शक्ति प्रदर्शन कर एनडीए को बताया है कि वो इस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।
अब सवाल है कि इस चुनाव में क्या-क्या मुद्दे हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव के करीब आते-आते जुब़ानी जंग भी तेज हो गई है। इस चुनाव में कई मुद्दों को उठाया जायेगा और पूरे चुनाव के दौरान राजनीतिक दल एक दूसरे के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए नजर आयेंगे।
राम मंदिर के सहारे बीजेपी
इस बार लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मामला भी खूब चर्चा में रहेगा। बीजेपी राम के नाम पर वोट बैंक की सियासत बरसों से खेल रही है और इस बार अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई और बीजेपी इस मामले को लेकर जनता के बीच जा सकती है और राम मंदिर बनाने का पूरा श्रेय लेने से भी बीजेपी चूकने वाली नहीं है।
सीएए और धारा 370 होगा अहम
लोकसभा चुनाव में सीएए का मामला भी चर्चा में रहने की संभावना है। विपक्ष ने सीएए के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और बीजेपी और मोदी सरकार पर हमला बोला रही है। पश्चिम बंगाल, त्रिपुरी, असम सहित उत्तर पूर्वी भारत के राज्यों में सीएए को लेकर केंद्र सरकार के इस कानून को लेकर एक राय नहीं है और वो इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं।
दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने का मुद्दा काफी चर्चा में रहने वाला है। बीजेपी के धारा 370 को हटाने से उसे चुनावी फायदा जरूर मिल सकता है।इलेक्टोरल बॉन्ड-EVM का मामल भी छाया रहेंगे क्योंकि मोदी सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं।