जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव बेहद करीब है। कांग्रेस और बीजेपी सीधे तौर पर मुकाबले में है लेकिन चुनावी सर्वे बता रहे हैं कि फिर से मोदी सरकार आ सकती है लेकिन कांग्रेस भी मजबूती से बीजेपी से मुकाबला कर रही है।
एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच इस वक्त जोरदार घमासान भी देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर सारे विपक्षी एक मंच पर आ गए है तो दूसरी तरफ एनडीए भी फिर से मजबूत होता हुआ दिख रहा है। विपक्षी गठबंधन इंडिया को नीतीश कुमार के हटने से काफी नुकसान हुआ है।
नीतीश कुमार ने इस गठबंधन को बनाया था लेकिन लोकसभा चुनाव आते-आते पलट गए और बीजेपी के साथ फिर से चले गए। दूसरी तरफ एनडीए इस बार 400 का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके लिए वो स्थानीय दलों से गठबंधन कर रही है ताकि उसको चुनाव में फायदा हो सके।
इतना ही नहीं एनडीए ने अपने कुछ पुराने सहयोगियों को फिर से जोडऩे की कोशिश की जो पहले उसका साथ छोडक़र चले गए थे। जानकारी मिल रही है कि एनडीए में उड़ीसा, पंजाब और आंध्र में उसके पुराने सहयोगी फिर से शामिल हो सकते हैं। उडीसा में बीजू जनता दल का 15 साल बाद एनडीए में वापस लौट सकते हैं।
हाल के दिनों में बीजेपी और बीजू जनता दल फिर से करीब आते दिखे हैं और दोनों चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव और विधान सभा चुनाव एक साथ लडऩे की योजना भी बना रहे हैं। हालांकि अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिल रही है लेकिन अंदर-अंदर बातचीत चल रही है। वहीं आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी का एनडीए हिस्सा बनने को पूरी तरह से तैयार है।
दोनों ने इसको लेकर बातचीत तय कर ली है और जल्द इस पर कोई फैसला लिया जा सकता है। तेलुगु देशम के साथ पवन कल्याण की प्रजा राज्यम पार्टी भी एनडीए का हिस्सा बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू और नवीन पटनायक पार्टी पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुकी है। कुल मिलाकर बीजेपी अपने पुराने सहयोगियों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव 2024 में बड़ी जीत हासिल कर सकते है।