जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। इतना ही नहीं बीजेपी ने यूपी में कितने उम्मीदवारों को टिकट देगी, इसको लेकर सबकुछ फाइनल हो गया है।
इसके आलावा बीजेपी यूपी के स्थानीय नेताओं को टिकट देने की सोच रही है। हालांकि अभी ये पता नहीं चला है कि योगी सरकार में कितने मंत्रियों को लोकसभा में उतारा जायेगा , इसको लेकर ठोस जानकारी नहीं है। दूसरी तरफ सीट शेयरिंग को लेकर सबकुछ तय कर लिया गया है लेकिन ये देखना होगा रोचक कि वो अपने सहयोगियों को कितनी सीटें ऑफर करती है।
बीजेपी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी यूपी में लोकसभा की 80 सीटों में से छह सीटें अपने सहयोगियों को देने के लिए तैयार लेकिन ये देखना होगा कि उनके सहयोगी इससे संतुष्ठï हो जाये। सपा से अपना नाता तोडक़र आने वाले जयंत चौधरी भी ज्यादा सीट चाहते हैं जबकि राजभर की चाहत भी किसी से छुपी नहीं है।
वहीं अनुप्रिया पटेल भी ज्यादा सीट की मांग कर सकती है। बीजेपी खुद यूपी की 74 सीटों पर चुनाव लडऩे की रणनीति बना चुकी है जबकि बाकी सीट पर उसके सहयोगी चुनाव लड़ेंगे। ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और डॉक्टर संजय निषाद के नेतृत्व वाली निषाद पार्टी को एक-एक सीटें मिलने के आसार है लेकिन राजभर एक सीट की और मांग कर सकते हैं।
अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल दो चुनाव से दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ती आई है तो वहीं ओमप्रकाश राजभर की पार्टी भी दो से तीन सीटें मांगती रही है।
आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के बागपत सीट से चुनाव लडऩे पर विचार कर रहे हैं लेकिन इसमें एक पेंच ये है कि अपना दल ने साल 2019 के चुनाव में यहां से अपना उम्मीदवार उतारा था।
ऐसे में वो सीट छोड़ते या नहीं, ये एक बड़ा सवाल है। बताया जा रहा है कि बीजेपी ने ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के लिए घोसी और निषाद पार्टी के लिए संतकबीरनगर सीट ऑफर कर रही है। इसके साथ ही बीजेपी एनडीए के चार सहयोगी दलों को यूपी की आधा दर्जन सीटों को उनके छोड़ रही है लेकिन बड़ा सवाल है कि सभी सहयोगी संतुष्ठï हो जायेगा।