- सपा ने इस चुनाव में तीन प्रत्याशी- जया बच्चन, रामलाल जी सुमन और आलोक रंजन को प्रत्याशी बनाया है
- 403 विधायकों वाली यूपी की विधानसभा में बीजेपी के 252
- सपा के 108, कांग्रेस के 2, निषाद पार्टी 6, सुभासपा 6, अपना दल एस 13 और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 2 विधायक हैं
- इसके अलावा एक विधायक बसपा का भी है
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल देखने को मिल रही है। लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव को लेकर घमासान तेज हो गया है।
दरअसल यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए मतदान के लिए कुछ घंटे रह गए है लेकिन इससे पहले सपा को तगड़ा झटका तब लगा जब अखिलेश यादव के डिनर पार्टी में आठ विधायक गायब रहे।
उनके न होने से अखिलेश यादव की डिनर पॉलिटिक्स भी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई है। जानकारी के मुताबिक पूजा पाल, महराजी देवी, राकेश पांडेय, राकेश सिंह,मनोज पांडे,विनोद चतुर्वेदी,अभय सिंह समेत आधा दर्जन विधायक अखिलेश के रात्री भोज में नहीं पहुंचे। राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 11 प्रत्याशी मैदान में हैं।
इसमें से 8 बीजेपी और 3 सपा के हैं। ऐसे में बीजेपी को आठों के जीत की उम्मीद है और सपा भी तीनों की जीत की उम्मीद पाल रही है लेकिन विधायकों के न आने से अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है।
बीजेपी को अपने सभी विधायकों को जिताने के लिए 8 और विधायकों की जरूरत है वहीं सपा को 6 वोट चाहिए। ऐसे में क्रॉस वोटिंग से पूरा खेल बदल सकता है।
यूपी के पूर्व काबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया था कि वह क्रॉस वोटिंग कर सकती है। राकेश पांडेय के नाम को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। उनके बेटे रितेश पांडेय, बसपा का दामन छोड़, भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। इसके साथ ही रिपेश अंबेडकरनगर से सांसद है।