जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बाहर का कप्तान… बाहर का कोच लेकिन रिजल्ट एक बार फिर जीरो निकला है। रणजी ट्रॉफी के आखिरी मुकाबले में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ का मुकाबला बगैर हर और जीत के समाप्त हो गया है।
पहली पारी में बढ़त लेने वाली छत्तीसगढ़ की टीम को तीन अंक मिले जब उत्तर प्रदेश की टीम को एक अंक मिले इस तरह से रणजी ट्रॉफी के ग्रुप बी के अंक तालिका में उत्तर प्रदेश की टीम कल 14 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रही।
यूपी की राजधानी लखनऊ के कान्हा स्टेडियम पर खेले गए इस मुकाबले में मेहमान टीम छत्तीसगढ़ ने पहली पारी में 414 रन का बड़ा स्कोर बनाकर यूपी पर अच्छा खासा दबाव बना दिया था।
छत्तीसगढ़ की तरफ से सुजीत देसाई ने पहली पारी में 202 जबकि अमनदीप खरे ने 114 रन की अहम पारी खेली थी। जवाब में उत्तर प्रदेश की पहली पारी मात्र 238 रन के स्कोर पर सिमट गई। इस स्कोर में सौरभ कुमार ने 55 कप्तान नितीश राणा ने 54 रन का योगदान दिया, जबकि निचले क्रम पर बल्लेबाजी करनी इस दयाल ने 55 रन की पारी खेली।
इसके बाद छत्तीसगढ़ ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट पर 1999 बनाकर घोषित कर दी इस तरह से उत्तर प्रदेश की टीम को यह मुकाबला जीतने के लिए 370 रनों की जरूरत थी मैच के आखिरी दिन उत्तर प्रदेश की टीम ने प्रियम घर के शानदार नाबाद 114 रन की बदौलत 42 ओवर में तीन विकेट पर 201 रन का स्कोर बनाया।
ऐसे में मैच की आखिरी दिन रिजल्ट ना निकलता देख मुकाबला को ड्रा घोषित कर दिया गया। पूरे सीजन में उत्तर प्रदेश की टीम ने सिर्फ एक मुकाबला मुंबई के खिलाफ जीता था जबकि 6 मुकाबले उसके ड्रॉ रहे और इस तरह से अंक तालिका में वह 14 अंकों के साथ पांचवे स्थान पर रही।
कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश के लिए एक और रणजी सीजन निराशा भरा रहा। ऐसे में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को की सूचना होगा कि आखिर क्यों अप की टीम रणजी के फलक पर नाकाम साबित हुई है।