- यूपी में रायबरेली पर ही कांग्रेस का कब्जा था
- रायबरेली सीट 66 साल कांग्रेस के पास रही है
- 56 साल यहां से गांधी-नेहरू परिवार का सदस्य ही सांसद चुना गया है
- 1952 से 1960 के बीच फिरोज गांधी लगातार 2 बार चुनाव जीते
- 1967 से 1980 के बीच इंदिरा गांधी लगातार 4 बार चुनाव जीतीं
- 2004 से अब तक ये सीट सोनिया गांधी के पास है
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए पर्चा भर दिया है। ऐसे में एक बात तो साफ हो गई है कि सोनिया गाँधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी।
अब बड़ा सवाल है कि रायबरेली सीट को लेकर अब क्या होगा ? इस सीट पर कांग्रेस किसको टिकट देंगी इसको लेकर अब सवाल किया जा रहा है। पहले माना जा रहा था कि प्रियंका गांधी इस सीट पर चुनाव लड़ सकती है लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्होने चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया है।
पहले बताया जा रहा था कि सोनिया गांधी के लोकसभा नहीं लडऩे पर उनकी जगह प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा जा सकता है और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इस बार लोकसभा की रायबरेली सीट से चुनाव लड़ सकती हैं लेकिन अब पता चला है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव लड़ना नहीं चाहती है।
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि गांधी परिवार की गढ़ रही अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस किसी को टिकट देती है या नहीं ? खासकर रायबरेली में, क्योंकि 2019 में यही इकलौती सीट थी जिस पर कांग्रेस को जीत मिली थी। कहा जा रहा था कि प्रियंका गांधी यहाँ से चुनाव लड़ती रही हैं। इसलिए क्योकि वो यूपी कांग्रेस की प्रभारी रही है और अमेठी और रायबरेली में काफ़ी एक्टिव भी रही है लेकिन प्रियंका फ़िलहाल चुनाव लड़ने से मन कर रही है।