जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में सियासत में इन दिनों नीतीश कुमार के पाला बदलने के साथ-साथ तेजस्वी यादव की छवि को लेकर चर्चा खूब हो रही है।
नीतीश कुमार ने पाला बदलकरफिर से एनडीए का हिस्सा बन गए है लेकिन आने वाले दिनों में उनको मुश्किलों का सामना जरूर करना पड़ेगे क्योंकि तेजस्वी यादव अब आर-पार के मुड में नजर आ रहे हैं।
तेजस्वी यादव अब एक मंझे हुए राजनेता के तौर पर देखे जा रहे हैं। सोमवार को फ्लोर टेस्ट में भले ही नीतीश कुमार ने बहुमत हासिल कर लिया हो लेकिन तेजस्वी यादव का दमदार भाषण न सिर्फ नीतीश कुमार बल्कि बीजेपी की नींद उड़ाने के लिए काफी था। तेजस्वी यादव ने बड़ी सरलता से नीतीश के साथ-साथ बीजेपी को टारगेट किया है और बता दिया है कि बिहार की जनता ही उनको जवाब देगी।
उन्होंने नीतीश कुमार को जहां एक ओर सम्मान देने की बात कही तो दूसरी तरफ उनको नसीहत तक कर डाली। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को दशरथ तक बताया और कहा कि नीतीश कुमार ने मुझे अपना बेटा माना है। तेजस्वी ने कहा कि दशरथ ने भगवान राम को वनवास भेजा था और नीतीश कुमार ने मुझे जनता के बीच में भेजकर उनकी बात सुनने और काम करने के लिए भेजा है। तेजस्वी यादव ने चर्चा के दौरान नीतीश कुमार को घेरते हुए कई सवाल पूछें। उन्होंने कहा कि सीएम साहब ने नौवीं बार शपथ लेकर नया इतिहास रचा है, चौंकाने वाली बात तो ये है कि इन्होंने एक ही टर्म में तीन बार शपथ ली है।
नीतीश जी हमारे आदरणीय है, हम उनकी इज्जत करते हैं वह भी हमें अपना बेटा मानते हैं, लेकिन उनकी कुछ तो मजबूरियां रहीं होंगी जो दशरथ ने राम को वनवास भेजा है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह हमारे लिए वनवास नहीं बल्कि हम तो ये मानते हैं कि नीतीश जी ने हमें जनता के बीच भेजा है उनका सुख दुख जानने के लिए. तेजस्वी यादव ने याद दिलाया कि जब पहली हमसे अलग हुआ तो कहा कि आप पर मुकदमा है एक्स्प्लेन कर दीजिए।
फिर जब साथ आए तो बोले बीजेपी वाले साजिश करते है। अब क्या हो गया? तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि आखिर आप कभी इधर-कभी उधर क्यों रहते हैं? इस दौरान तेजस्वी यादव ने पुरानी बातों को उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहा करते थे कि मर जाएंगे, मिट जाएंगे, लेकिन विपक्ष को एकजुट कर तानाशाह को हटाकर रहेंगे।
अब जब गठबंधन से बाहर हुए तो कह रहे हैं कि मन नहीं लग रहा था। क्या हम नाचने के लिए हैं? हम सरकार में आपका साथ देने के लिए थे, आपने जो कहा कि असंभव है हमने उसे मुमकिन करके दिखाया। नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि 2020 के चुनाव में आप कहते थे कि क्या जेल से पैसा लाकर नौकरी बांटेगा, लेकिन 17 महीनों में हमने इतनी नौकरियां बांटी जितना पूरा देश में नहीं बांटी गईं।
तेजस्वी ने नीतीश पर तंज कसा कि ये देश से भाजपा का कब्जा मुक्त कराने चले थे अब खुद पर ही कब्जा हो गया। कुल मिलाकर तेजस्वी यादव का ये दमदार भाषण एक तरह से जनता को भी सीधा मैसेज देने के काम कर सकता है। भले ही इसका असर लोकसभा चुनाव में कम देखने को मिले लेकिन विधान सभा चुनाव में तेजस्वी यादव को इसका बड़ा फायदा उनको और उनकी पार्टी को मिल सकता है।