जुबिली स्पेशल डेस्क
कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष पूरी तरह से बिखरा हुआ नजर आ रहा है। बिहार में नीतीश कुमार अलग हो गए है और फिर से बीजेपी के साथ अपना रिश्ता जोड़ लिया है तो दूसरी तरह इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है।
यूपी में अखिलेश यादव कुछ कह रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस कुछ और कहना होता है जबकि महाराष्टï्र को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है जबकि ममता ने अकेले चुनाव लडऩे का ऐलान काफी दिन पहले कर दिया था तो अब पंजाब को लेकर भी केजरीवाल ने अपनी रणनीति पूरी तरह से स्पष्ठï कर दी है और कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया है।
दरअसल केजरीवाल ने पंजाब में लोकसभा चुनाव अकेले लडऩे का फैसला किया है। ऐसे में अब कांग्रेस भी पूरी तरह से पंजाब में अलग-थलग पड़ती हुई नजर आ रही है।
केजरीवाल ने पंजाब में सभी उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। केजरीवाल के इस कदम से अब साफ हो गया है कि पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच किसी तरह का कोई गठबंधन नहीं होगा।
हालांकि पहले कहा जा रहा था कि आप और कांग्रेस में तालमेल हो जायेगा लेकिन ऐसा तो फिलहाल नहीं होता हुआ नजर आ रहा है।
आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों और चंडीगढ़ की एक लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया है। दिल्ली के सीएम ने घोषणा की है कि जल्द ही सभी सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले आपने अपना आशीर्वाद दिया था। आपने हमें 117 सीटों में से 92 सीटें दीं। आपने पंजाब में इतिहास रचा। आज मैं फिर से हाथ जोड़कर आपका आशीर्वाद चाहता हूं। दो महीने बाद लोकसभा चुनाव होंगे। पंजाब में 13 (लोकसभा) सीटें हैं, एक चंडीगढ़ है और 14 सीटें होंगी।
केजरीवाल ने कहा कि आने वाले 10-15 दिनों में आप इन सभी 14 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि जिस तरह आपने दो साल पहले हमें आशीर्वाद दिया था, उसी तरह इन सभी 14 सीटों पर पार्टी को जीत दिलाएं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भगवंत मान सरकार की भी प्रशंसा की और कहा कि इसने पिछले दो वर्षों में “बहुत काम” किया है।