जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। नीतीश कुमार ने पाला बदल लिया है और फिर से एनडीए का हिस्सा बन गए है लेकिन अभी तक उनकी नई सरकार ने बहुमत हासिल नहीं किया है और 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होने वाला है।
उधर एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी लगातार नई सरकार में अपनी ज्यादा भागेदारी मांग रहे हैं लेकिन अभी तक नीतीश कुमार ने उनको लेकर कोई फैसला नहीं किया लेकिन बीजेपी जीतन राम मांझी को मनाने में जुट गई है।
दरअसल बीजेपी चाहती है कि जीतन राम मांझी एनडीए में बने रहे हैं और इसके उसने बीच का रास्ता निकाला है। बीजेपी के सूत्र बता रहे हैंं कि लोकसभा चुनाव को लेकर जीतन राम मांझी 12 सीटें मांग रहे हैं। ऐसे में बीजेपी उनको राज्यसभा भेजकर उनको शांत कर सकती है।
मांझी के बेटे संतोष सुमन के मुताबिक, HAM 10-12 लोकसभा सीटों पर लड़ना चाहती है। लेकिन फिलहाल इसकी संभावना नहीं दिखती कि बीजेपी उसे इतनी सीटें दे दे.। ऐसे में मुमकिन है कि मांझी को राज्यसभा भेजकर बीजेपी HAM को कम सीटों के लिए मना ले।
बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी थी । दरअसल नीतीश सरकार में वो दो मंत्री पद चाहते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है। जीतन राम मांझी ने कहा, “मैं गांव से आता हूं. शहर से मेरा कोई मतलब नहीं रहता है। मैं 43 साल से काम कर रहा हूं।
लोगों को मुझसे उम्मीद रहती है कि कुछ काम मैं कर दूं। यदि मुझे कोई मंत्रालय मिल जाए तो और काम हो सकता है। हमेशा मैं एक ही विभाग देखता रहूं ये अच्छा नहीं लगता है। हमारे मन में आती है कि जान बूझ कर हमारे समाज को नजरअंदाज किया जा रहा है।
ये कोई रंजिश नहीं है। इसके कारण समर्थन देने और लेने का कोई फर्क नहीं आता है। हम नीतीश कुमार और एनडीए के साथ हैं और रहेंगे।12 फरवरी को जो फ्लोर टेस्ट होगा उसमें डट कर हम एनडीए का साथ देंगे।”