जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में इंडिया गठबंधन को तगड़ा झटका लगा था है। दरअसल चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मार ली थी ।
हालांकि बीजेपी संख्याबल में कम थी लेकिन इसके बावजूद उसको जीत मिली थी ।इस हार पर आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और हंगामा काटा था।
अब सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर बड़ी नाराजगी की है कर इसे लोकतंत्र की हत्या करने जैसा करार दिया है। इतना ही नहीं सारे डॉक्युमेंट्स HC में जमा कराने के आदेश जारी किया है। कोर्ट ने कहा कि मेयर चुनाव सही तरीके से कराया जाना सबसे अहम है।
आम आदमी पार्टी की ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर बीजेपी के हैं। वह पार्टी में एक्टिव भी है और उन्हें यह पद दिया गया। इस पर कोर्ट ने अभिषेक मनु सिंघवी से वीडियो फुटेज का पैन ड्राइव मांगा।
वीडियो देखने के बाद कोर्ट ने कहा कि आरोपी शख्स पर केस चलाया जाना चाहिए। बता दे कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साझा उम्मीदवार को वोटों का गणित पक्ष में होते हुए भी पराजय झेलनी पड़ी है। गठबंधन ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का बहिष्कार किया है।
साथ ही उन्होंने हाई कोर्ट का रुख करने का फैसला किया है। ‘इस तरह से 20 पार्षदों वाला गठबंधन मेयर चुनाव में शिकस्त पा गया है जबकि 16 वोट के साथ मनोज सोनकर चुनावी बाजी जीतकर चंडीगढ़ शहर के अगले मेयर निर्वाचित हो गए थे ।
CJI जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है. इस आदमी पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए. यह लोकतंत्र के साथ मजाक है। यह रिटर्निंग ऑफिसर का व्यवहार है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले पर नोटिस जारी कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि हाईकोर्ट चुनाव सही तरीके से कराने में असफल रहा है।
ये है नंबर गेम
दरअसल कांग्रे-AAP उम्मीदवार के पक्ष में पड़े 20 में से आठ वोट ख़ारिज कर दिए गए थे । आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वोट 13 प्लस 7 यानी 20 से 8 वोट रिजेक्ट होने की वजह से माइनस हो गए। इसके बाद दोनों दलों के साझा उम्मीदवार को मिले वैलिड वोट 12 ही बचे। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के 12 वैलिड वोट के मुकाबले बीजेपी उम्मीदवार मनोज सोनकर के पक्ष में 16 वोट थे , वोटों की गिनती के बाद बीजेपी उम्मीदवार को विजयी घोषित कर दिया गया।
चुनाव के नतीजों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।